रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती मेंं जमकर फर्जीवाड़ा हुआ. विधवा की जगह विवाहिता को तो एक ही परिवार के दो-दो लोगों का चयन एक ही स्थान पर कर दिया गया. यही नहीं आय प्रमाण पत्र का उपयोग भी फर्जी तरीके से किया गया. एक मामले की जांच में जांच अधिकारियों ने तो जिला कार्यक्रम अधिकारी व सीडीपीओ सरेनी को भी दोषी करार दिया गया है. जांच अधिकारियों की रिपोर्ट पर सीडीओ ने भी कार्यवाही की संस्तुति कर दी है.
जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की भर्ती शुरू हुई. शुरू होने के समय से ही भर्ती को लेकर सवाल उठने लगे थे. एक आवेदिका पिंकी देवी ने तो उच्च न्यायालय में गुहार लगायी कि उसकी मेरिट होने के बाद भी उसकी जगह पर दूसरे का चयन कर लिया गया. उच्च न्यायालय ने पीडिता को जिलाधिकारी को प्रत्यावेदन देने को कहा. पीडिता ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. जिसके बाद डीएम के निर्देश पर जांच हुई. इस मामले ने इस पूरे खेल पर पड़े पर्दे को हटा दिया.
मामले में दोनों जांच अधिकारियों ने प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी व सीडीपीओ सरेनी को भी दोषी करार दिया-
इस मामले की जांच डीडीओ और समाज कल्याण अधिकारी को सौंपी गयी. जांच के दोरान पाया गया कि सरेनी विकास खंड के रालपुर प्रथम आंगनबाड़ी केंद्र पर रत्ना सिंह का चयन गलत तरीके से किया गया. मेरिट में पिंकी देवी की मेरिट अच्छी है. इस मामले में दोनों जांच अधिकारियों ने प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी व सीडीपीओ सरेनी को भी दोषी करार दिया है। इस जांच रिपोर्ट पर सीडीओ ने भी कार्यवाही के लिए लिखा है. इसी तरह छतोह विकास खंड के आंगनबाड़ी केंद्र नोनार में चयनित कुसमा के मामले की जांच डीपीआरओ ने की तो पता चला कि कुसमा देवी व पूनम एक ही परिवार की है. एक ही छत के नीचे रहती है. दोनों का चयन एक ही केंद्रपर पर किया गया है जो नियम विरुद्ध है.
इसी तरह हरचंदपुर विकास खंड की छिबलामऊ केंद्र पर चयनित हुई आंगनबाड़ी कार्यकत्री कल्पना का चयन विधवा के स्थान पर किया गया. जबकि चयन के समय वे विधवा नहीं थी। डलमऊ विकास खंड के कुंडवल आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम पर चयनित की गयी आस्था गलत बीपीएल आय प्रमाण पत्र का उपयोग किया. जबकि उनका प्रमाण पत्र निरस्त किया जा चुका था.
सीडीओ ने सभी की सेवाएं समाप्त करने की संस्तुति करते हुए डीएम को पत्रावली भेजी-
सलोन विकास खंड के केमूपुर आंगनबाड़ी केंद्र पर तैनाती पाने वाली आंगनबाडी कार्यकत्री आरती ने भी गलत बीपीएल श्रेणी के आय प्रमाण पत्र का, आशिकाबाद आंगनबाड़ी केंद्र पर तैनात की गई आरती, राही विकास खंड के लोधवारी आंगनबाड़ी केंद्र संख्या तीन में चयनित की गई शुभा बाजपेयी ने गलत बीपीएल श्रेणी के आय प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पायी जबकि पूर्व में एसडीएम की ओर से इनको निरस्त किया जा चुका है. जांच में चयनित सात आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का चयन गलत पाया गया है. जांच अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद सीडीओ ने सभी की सेवाएं समाप्त करने की संस्तुति करते हुए डीएम को पत्रावली भेजी है. साथ ही चयन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कार्यवाही की संस्तुति की गईर है.
प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी व सीडीपीओ विनय कुमार ने बताया कि पत्रावली जिलाधिकारी के यहां गयी है. जैसे ही आदेश आएगा वैसे ही कार्यवाही की जाएगी. रायबरेली मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय ने बताया कि गलत तरीके से चयनित की गई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सेवांए समाप्त करने के लिए संस्तुति करते हुए डीएम को पत्रावली भेजी गइ है. उन्होंने इस मामले में जो अधिकारी भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी.