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कुंवारी लड़कियां टारगेट, 20 लाख में सौदा… तस्कर रेड लाइट में बेच देते थे; मैसूर में कैसे पकड़ा गया गिरोह?

कुंवारी लड़कियां टारगेट पर, 20 लाख रुपये में सौदा… तस्कर इन्हें देह व्यापार के धंधे में ढकेल देते थे. कर्नाटक के मैसूर की विजयनगर पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक महिला और एक पुरूष हैं. ये गिरोह नाबालिग लड़कियों से देह व्यापार करवाकर ग्राहकों से मोटी रकम वसूलता था. मामले में पुलिस ने ओडानाडी संगठन की मदद से इस रैकेट का भंडाफोड़ किया है.

शुरुआती जांच में पता चला कि यह नेटवर्क अंधविश्वास के मामले से जुड़ा है. अंधविश्वास है कि कुवांरी लड़कियों से पहली बार यौन संबंध बनाने से कई मानसिक बीमारियों और नपुंसकता दूर हो जाती हैं. मामले में दोनों आरोपी तुलसी कुमार और शोभा लोगों ऐसे लोगों को अपने जाल में फंसाते थे जो मानसिक बिमारियां से परेशान थे.

नाबालिग को देते थे लालच

इसके बाद ये उसे इस अंधविश्वास के बारे में बहलाते थे. फिर इनके जाल में फंस चुके व्यक्ति को ये आरोपी 12 से 13 साल की लड़कियां उपलब्ध कराते थे. इसके बदले ये आरोपी इनके जाल में फंस चुके शख्स से लाखों रुपये वसूला करते थे. ये आरोपी नाबालिग लड़कियों को आलीशान जिंदगी का लालच देकर जाल में फंसाते थे और फिर उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेल देते थे.

संस्थान को मिली थी सूचना

मामले में मैसूर स्थित ओडानाडी संगठन को सूचना मिली थी कि ऐसा ही एक रैकेट चल रहा है. मामले की गंभीरता को समझते हुए, संस्था ने योजना बनाकर जानकारी जुटाई और आखिरकार ग्राहकों के वेश में आरोपियों से संपर्क कर इसकी पुष्टि की.

नाबालिग को बचाया गया

पुष्टि होने के बाद, ओडानाडी संस्था ने पुलिस को मामले के बारे में जानकारी दिया. सूचना के आधार पर, विजयनगर पुलिस और मैसूर स्थित महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों ने प्लान बनाया और दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. इस ऑपरेशन में पुलिस ने एक नाबालिग को भी बचाया.

जांच में जुटी पुलिस

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने लड़की को वेश्यावृत्ति के धंधे में धकेलने की कोशिश की थी. उन्होंने लड़की का इस्तेमाल करके पैसे कमाने कि कोशिश की. आरोपियों ने कहा था कि वे 20 लाख रुपये के लिए लड़की के साथ कुछ भी कर सकते हैं. मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. मामले में पुलिस इनके नेटवर्क की भी जांच कर रही है.

संस्थान ने क्या कहा?

ओडानाडी संस्थान ने बताया कि एक नाबालिग का यौन शोषण करने और फिर उसे वेश्यावृत्ति में धकेलने की योजना नाकाम हो गई है. दो अपराधी अब अपनी गलती के लिए जेल में हैं. ये आरोपी महंगे तोहफों और ऐशो-आराम की जिंदगी का लालच देकर लड़कियों को फंसते थे. इसलिए उन्हें इस सबसे सावधान रहना चाहिए.

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