उत्तर प्रदेश : बहराइच जनपद में इस साल फिर से भेड़ियों का आतंक बढ़ गया है.सोमवार रात को मझारा तौकली गांव में भेड़िए ने हमला किया.इस हमले में 75 वर्षीय खेदन और उनकी 70 वर्षीय पत्नी मनखिया की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है.
हमले में तीन और लोग भी घायल हुए हैं.गंधू झाला की मीना देवी, भृगुपूरवा की धनपतिया और प्यारेपुरवा की सेबरी गंभीर रूप से घायल हैं.तीनों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है.
वन विभाग को लेकर भारी नाराजगी
ग्रामीणों ने कहा कि रात करीब दो बजे पहला हमला हुआ.सूचना देने के बाद भी वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची.इसी वजह से भेड़िए ने रातभर अलग-अलग जगहों पर हमला किया.ऐसे में नाराज ग्रामीण अब वन विभा के अधिकारियों पर गुस्सा निकाल रहे हैं.
इस मामले की जानकारी होने के बाद मंगलवार को जब एसडीओ राशिद जमील जब टीम के साथ पहुंचे, तो लोग उन्हें लाठी-डंडों से रोकने लगे.सूचना है कि लोगों ने एक की गाड़ी तोड़ दी अधिकारी व कर्मचारी भाग कर अपनी जान बचा पाए.
नर भेड़िए मारे जाने के बाद भी राहत नहीं
दो दिन पहले ही इसी गांव में एक नर भेड़िए को मार गिराया गया था.तब लोगों को लगा था कि खतरा टल गया, लेकिन सोमवार रात फिर हमला होने के बाद लोगों में डर बढ़ गया है.लोगों का कहना है कि भेड़िया अब ज्यादा आक्रामक हो गया है.
भेड़िए के हमले में घायल मीना देवी, धनपतिया और सेबरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया.डॉक्टरों ने बताया कि हालत गंभीर है, लेकिन स्थिर है। ग्रामीणों का कहना है कि दो दिन पहले भेड़िए के मारे जाने के बाद भी सतर्कता नहीं रखी गई.
गांवों में जारी किया गया अलर्ट
ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही के कारण ही दो लोगों की जान गई है.इधर, इस बारे में डीएफओ रामसिंह यादव ने बताया कि भेड़िए के हमले में दो लोगों की मौत हुई.
एक गाड़ी भी ग्रामीणों ने तोड़े जाने की सूचना मिली है.वन विभाग की टीम जांच के लिए मौके पर पहुंच रही है.असपास के गांवों में भी प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है.