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नौकरी के झांसे में बुलाया, पत्थर से कुचलकर मार डाला; चुनरी-बेल्ट से गला घोंटा, 1 लाख में हत्या कराई

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक महिला को 1 लाख की सुपारी देकर आरोपी ने मार डाला। बेल्ट से पीटा, फिर चुनरी से गला घोंट दिया। पत्थर से चेहरे को कुचल दिया, ताकि पहचान न हो। आरोपी ने 1 लाख की सुपारी देकर साथी के साथ मिलकर मारा है। मामला नगपुरा चौकी क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक मृतिका का नाम गंगोत्री जांगड़े (40) है। महिला ने नौकरी लगवाने के लिए कई लोगों से पैसे लेकर आरोपी आकाश बघेल (27) को दिए थे, लेकिन नौकरी नहीं लगवाने पर पुलिस से शिकायत करने की धमकी दी, तो आरोपी ने महिला को मार डाला।

जानिए क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, दुर्ग के टेमरी गांव का रहने वाला आकाश बघेल वाटर फिल्टर प्लांट में संविदा पर काम करता था, लेकिन दूसरों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे वसूलता था। महिला ने पिछले 8 महीनों में करीब 25 लोगों से लिए गए पैसे आकाश के खाते में ट्रांसफर किए थे।

पुलिस जांच में सामने आया कि आकाश ने महिला को नगर पालिका में संविदा पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया। महिला ने पैसे देने के बाद नौकरी ना मिलने पर आरोपी से पैसे की मांग की। थाने में शिकायत करने की बात कही। इसके डर से आकाश ने 1 लाख रुपए की सुपारी देकर महिला की हत्या करवाने की साजिश रची।

डिनर के बहाने बुलाया, पत्थर से चेहरा कुचला

हत्या की साजिश के मुताबिक 19 सितंबर की रात, इंटरव्यू से एक दिन पहले, आकाश और उसका साथी निर्भय जांगड़े महिला को खाने के बहाने टेमरी गांव ले गए। पहले निर्भय ने बेल्ट से महिला का गला दबाया, फिर आकाश ने चुनरी फंसाकर उसका गला घोंट दिया।

पहचान छुपाने के लिए चेहरे पर पत्थर से भी हमला किया गया। हत्या के बाद आरोपी आकाश बाफना टोल प्लाजा के पास ढाबे में खाना खाकर डोंगरगढ़ मेले में चला गया, फिर हेमलता बंजारे के कहने पर तिरुवनंतपुरम (केरल) फरार हो गया।

पुलिस ने आकाश बघेल को लंबे समय तक छिपकर रहने के बाद, 29 सितंबर को दुर्ग रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया। इसके अलावा, हत्या में शामिल अन्य आरोपी निर्भय जांगड़े, जयदीप साहू, मनीष बंजारे, पवन कुमार सिंह, हेमलता बंजारे और एक नाबालिग को 25 सितंबर को गिरफ्तार किया था।

खुद अधिकारी बनकर डिमांड करता था पैसा

पुलिस ने बताया कि आरोपी गंगोत्री जांगड़े को विश्वास दिलाता था कि अमन नाम के अफसर नौकरी लगवाने में मदद करेंगे, लेकिन असल में “अमन” नाम का कोई अफसर नहीं था। आकाश अपने दूसरे मोबाइल नंबर से खुद को अफसर बताकर 30-50 हजार रुपए तक की डिमांड करता था।

पुलिस ने अब आकाश से पूछताछ शुरू कर दी है कि उसने और कितने लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगा, कितने लोगों से कितने पैसे लिए और इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल था। एफएसएल रिपोर्ट, मोबाइल लोकेशन और बैंक ट्रांजैक्शन की जांच से पूरे मामले की साजिश सामने आई।

पुलिस ने इन आरोपियों को किया गिरफ्तार

  • आकाश बघेल उर्फ मोनू (27 साल), मास्टरमाइंड
  • निर्भय जांगड़े (19 साल, जालबांधा खैरागढ़) (जिसने सुपारी लेकर मर्डर किया)
  • जयदीप साहू (19 साल, कातुलबोर्ड दुर्ग)
  • मनीष बंजारे (19 साल, आशा नगर दुर्ग)
  • पवन कुमार सिंह (18 साल, कातुलबोर्ड भिलाई)
  • हेमलता बंजारे (38 साल, कातुलबोर्ड भिलाई)
  • (नाबालिग)
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