बुरहानपुर। जीएसटी विभाग की टीम ने शहर के दो गुटखा व्यापारियों के यहां छापेमारी कर लाखों की जीएसटी चोरी पकड़ी है। प्रारंभिक जांच के बाद व्यापारियों से जीएसटी और जुर्माने के रूप में 66 लाख रुपये जमा कराए गए हैं। दस्तावेजों की छानबीन के बाद जीएसटी चोरी की राशि और बढ़ने का अनुमान है। जिन फर्मों पर छापेमारी की गई है, उनमें अजय वासवानी की गणेश एजेंसी और गुरुनानक ट्रेडर्स शामिल हैं। गणेश एजेंसी के दर्यापुर स्थित गोदाम और गुरुनानक ट्रेडर्स के नगर निगम कार्यालय के पास स्थित गोदाम को सील कर दिया गया है।
25 से ज्यादा अधिकारियों की 6 टीमों ने की कार्रवाई
जीएसटी विभाग के सहायक आयुक्त यूसुफ खान ने बताया कि 24 सितंबर को की गई छापेमारी में खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर के 25 से ज्यादा अधिकारी शामिल थे। ज्वाइंट कमिश्नर रजनीश पटेल के नेतृत्व में अधिकारियों को छह टीमों में बांटा गया था। इन टीमों ने दोनों फर्मों के गोदामों और बस स्टैंड स्थित दुकानों में छानबीन की थी। जिसमें बड़ी मात्रा में बिना बिल का गुटखा भी पाया गया था। दो दिन की जांच के बाद गुरुनानक ट्रेडस से 13 लाख और गणेश एजेंसी से 53 लाख रुपये जमा कराए गए हैं।
महाराष्ट्र में चोरी छिपे सप्लाई
विमल, राजश्री सहित अन्य पान मसालों पर पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में प्रतिबंध लगा हुआ है। वहां इनका न तो विक्रय किया जा सकता और न उपयोग किया जा सकता है। बावजूद इसके शहर के गुटखा व्यापारी चोरी छिपे बड़ी मात्रा में गुटखा महाराष्ट्र पहुंचाते हैं। ट्रकों व अन्य माध्यमों से महाराष्ट्र पहुंचने वाला गुटखा चोरी छिपे फुटकर विक्रेताओं तक पहुंचता है। जिसे डेढ़ से दोगुने दाम पर बेचा जाता है। शहर के व्यापारी भी इसके तय मूल्य से ज्यादा दाम लेकर माल पहुंचाते हैं।
कई बार पकड़ा जा चुका गुटखा
उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर से सप्लाई किया जाने वाला गुटखा महाराष्ट्र में कई बार पुलिस द्वारा पकड़ा जा चुका है। कुछ माह पहले एक बड़ी खेप पकड़े जाने के बाद पुलिस की टीम सिंधी बस्ती भी पहुंची थी, लेकिन संबंधित युवक हाथ नहीं लगा था। मुनाफा अधिक होने के कारण व्यापारी लगातार इसकी सप्लाई कर रहे हैं।