महाराष्ट्र (Maharashtra) मे ‘लाड़ली बहन योजना’ से जुड़ी एक दिलचस्प खबर सामने आई है. सतारा के एक शख्स गणेश घाडगे ने इस योजना का जरुरत से ज्यादा फायदा उठाने का पूरा प्लान बनाया और अपनी पत्नी प्रतीक्षा पोपट जाधव उर्फ प्रतीक्षा गणेश गावड़े के नाम से 26 फॉर्म भर डाले. इंटरनेट से और अपने रिश्तेदारों को बताए बगैर उनके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके फर्जी तरीके से लाड़ली बहन योजना के फॉर्म भरे.
गणेश पेशे से भिवंडी में सिक्योरिटी गार्ड का काम करता है. महाराष्ट्र सरकार ने सूबे की महिलाओं के लिए लाड़ली बहन योजना लाई थी, जिसमें हर महीने उनको डेढ़ हजार रुपए मिलने थे. लेकिन गणेश ने इसमे जालसाजी करने के इरादे से और ज्यादा पैसे कमाने की लालच में पत्नी के नाम जरूरत से ज्यादा फॉर्म भरने की योजना बनाई.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
गणेश ने अपने पत्नी के नाम से लाड़ली बहन योजना के कई फॉर्म भरे.
इसके लिए गणेश ने इंटरनेट और अपने जान पहचान वालों के आधार कार्ड का उपयोग किया.
इतना ही नही अपनी ही पत्नी के अलग-अलग एंगल से फोटो खींचे.
सारे फॉर्म भरने के लिए गणेश ने अपनी पत्नी के ससुराल और मायके के नाम का उपयोग किया.
इन सारे फॉर्म के साथ गणेश ने एक ही बैंक अकाउंट लिंक किया लेकिन उसको सिर्फ एक ही फॉर्म के पैसे यानी 3 हजार रुपए आए.
बचे हुए फॉर्म प्रोसेस में होने की वजह से पैसे नहीं आए.
कैसे हुआ फ्रॉड का भंडाफोड़?
फर्जी तरीके से फॉर्म अप्लाई करने का मामले तब सामने आया, जब खारघर में रहने वाली महिला पूजा महामुनि का फॉर्म बार-बार रिजेक्ट हो रहा था. इसके बाद बीजेपी के पूर्व पार्षद निलेश बाविस्कर ने इसकी शिकायत की. जांच में सामने आया कि पूजा महामुनि का आधार कार्ड इस्तेमाल कर किसी ने पहले ही आवेदन भर दिया था.
जालसाजी सामने आने के बाद सातारा पुलिस ने पति और पत्नी दोनों को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद कोर्ट ने दोनों को 6 सितंबर तक पुलिस हिरासत मे भेज दिया. अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस खेल में कोई और भी शामिल था या सिर्फ यही पति-पत्नी ने ही मिलकर इस खेल को रचा था.