पन्ना : जहां कई लोगों को वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद भी हीरा नहीं मिलता, वहीं जिले के एक मजदूर की किस्मत ऐसी चमकी कि उसे सड़क किनारे पड़ा हुआ 4.04 कैरेट का जेम्स क्वालिटी का हीरा मिल गया.इसकी कीमत 10 लाख रुपए से अधिक है.
जिस भाग्यशाली मजदूर की किस्मत चमकी है, उनका नाम है गोविंद सिंह आदिवासी (उम्र 59 वर्ष, निवासी राहुनिया गुजार). गोविंद सिंह रोज की तरह सुबह खेरा माता के दर्शन करने गए थे। जब वह वापस लौट रहे थे, तभी उनकी नजर सड़क किनारे पड़े चमचमाते पत्थर पर पड़ी.जिज्ञासावश उन्होंने पत्थर उठा लिया और घर ले आए. परिवार को जब वह पत्थर दिखाया तो उन्हें यह हीरे जैसा लगा.
गोविंद सिंह तत्काल अपने परिवार के साथ उस पत्थर को लेकर हीरा कार्यालय पहुंचे.जब हीरा पारखी ने चमचमाते पत्थर की जांच की तो वह जेम्स क्वालिटी का 4.04 कैरेट का हीरा निकला। यह सुनते ही गोविंद सिंह और उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
नीलामी के पैसों से बनेगा अधूरा मकान और खरीदेंगे ट्रैक्टर
मजदूर गोविंद सिंह ने यह अनमोल हीरा नियम अनुसार हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है.गोविंद सिंह के चार बेटे और चार बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। सभी मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं.उन्होंने बताया कि उनके पास सिर्फ एक एकड़ जमीन है, जिसमें वह सब्जी उगाते हैं.
गोविंद सिंह ने बताया कि वह 3 साल से माता रानी से यही प्रार्थना कर रहे थे कि उन्हें इतना सक्षम बना दें कि वह भी अपने भाइयों की तरह एक ट्रैक्टर खरीद सकें.उन्होंने कहा कि हीरा नीलामी के बाद मिलने वाले पैसों से वह अपना अधूरा पड़ा मकान बनवाएंगे और ट्रैक्टर भी खरीदेंगे.
“माता रानी की कृपा हुई” – पुत्र जाहर सिंह
हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि यह जेम्स क्वालिटी का हीरा है, जिसकी बाज़ार में अच्छी मांग है.इस हीरे को आगामी नीलामी में रखा जाएगा और इसकी अनुमानित कीमत 10 लाख रुपए से अधिक आंकी जा रही है.
गोविंद सिंह के पुत्र जाहर सिंह ने बताया कि निश्चित ही यह माता रानी की कृपा है.जाहर सिंह ने बताया कि उनके पिता पहले भी हीरे की खदान लगा चुके हैं, जिससे उन्हें 2.50 कैरेट का एक हीरा मिला था, लेकिन अच्छी क्वालिटी न होने के कारण उसका पैसा ज्यादा नहीं मिल पाया था। कई बार किस्मत आजमाने के बाद आज सड़क पर पड़े हीरे ने उनके भाग्य खोल दिए हैं.