डूंगरपुर: जिले के दोवड़ा थाने में चोरी के आरोपी युवक से पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने और फिर इलाज के दौरान मौत के मामले में बुधवार को पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है. जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने दोवड़ा थानाधिकारी तेजकरण चारण, जांच अधिकारी हेडकांस्टेबल सुरेश भगोरा, देवसोमनाथ पुलिस चौकी प्रभारी वल्लभराम पाटीदार, कांस्टेबल पुष्पेंद्रसिंह, माधवसिंह को निलंबित करते हुए रिजर्व पुलिस लाइन में तैनात किया. इधर, आदिवासी समाज, परिजनों एवं प्रशासन के बीच फिलहाल मुआवजे को लेकर बातचीत चल रही है.

चोरी के आरोपी की मौत से आक्रोशित परिजन पिछले तीन दिन से डूंगरपुर कलेक्ट्रेट के सामने डटे हुए हैं. परिजनों की मांगों पर बुधवार को तीसरे दौर की वार्ता शुरू हुई. आदिवासी समाज और भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के आसपुर विधायक उमेश मीणा, बीएपी जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत, कांति भाई रोत समेत 10 सदस्यों का प्रतिनिधि मंडल कलेक्ट्री में पहुंचा तथा एडीएम दिनेशचंद्र धाकड़, एएसपी अशोक कुमार के साथ वार्ता का दौर शुरू हुआ. प्रशासन की ओर से 25 लाख की सहायता राशि देने हेतु सहमति दी है, लेकिन विधायक और आदिवासी समाज के लोग 1 करोड़ की सहायता राशि और सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े हुए है. ऐसे में उनकी मांगों पर एक बार फिर से प्रशासनिक स्तर पर चर्चा की जा रही है.

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