देशभर में विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाने की तैयारी हो रही है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के WRS कॉलोनी मैदान में इस बार 110 फीट ऊंचे रावण का पुतला दहन होगा। खास बात यह है कि इस रावण की सुरक्षा के लिए 24 घंटे बंदूकधारी जवान तैनात किए गए हैं। 24 सितंबर से यहां 4 CAF जवान अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी कर रहे हैं।
नेशनल क्लब के संस्थापक जी. स्वामी के अनुसार रावण के निर्माण के समय से ही बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। इस बार रावण के साथ मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले भी तैयार किए गए हैं।
कार्यक्रम के दौरान रेलवे ट्रैक नजदीक होने के कारण सुरक्षा के लिए 200 से ज्यादा RPF, GRP और जिला पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे। गुरुवार दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक बिलासपुर और नागपुर से आने वाली ट्रेनें 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हॉर्न बजाते हुए गुजरेंगी। जरूरत पड़ने पर ट्रेन रोकी भी जा सकती है।
रावण दहन के बाद 30 मिनट तक आतिशबाजी का भव्य आयोजन होगा। बंगाल से विशेष टीम बुलाई गई है, जो इलेक्ट्रॉनिक ट्रिगर से आतिशबाजी करेगी। आसमान रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठेगा और दर्शकों को आतिशबाजी का मेगा शो देखने को मिलेगा।
यह आयोजन पिछले 55 सालों से लगातार हो रहा है। बताया जाता है कि पुतला बनाने में करीब एक महीना लगता है और स्थानीय युवकों की टीम इसे तैयार करती है।
सुरक्षा के साथ-साथ पार्किंग और यातायात की भी विशेष व्यवस्था की गई है। फायर सेफ्टी टीम और पुलिस बल हर वक्त तैनात रहेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यपाल रामेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय होंगे।
रायपुर का यह दशहरा प्रदेश भर में प्रसिद्ध है। WRS मैदान के अलावा रावणभाठा, बीटीआई ग्राउंड, सुंदर नगर ग्राउंड और कई अन्य स्थानों पर भी रावण दहन होगा। रावणभाठा का दशहरा लगभग 200 साल पुराना माना जाता है और यहां बालाजी की पालकी निकलती है।
इस तरह रायपुर के दशहरा पर्व में श्रद्धा, परंपरा और सुरक्षा के बीच एक अद्भुत समन्वय देखने को मिलेगा।