दुर्ग पुलिस ने नशीली दवाओं के अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पद्मनाभपुर थाना पुलिस ने बुधवार को फरदीन खान (23) को पकड़ा, जो फर्जी दवा कंपनी के जरिए नशीली टैबलेट्स की खरीद करता था। पुलिस ने उसे एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। यह इस मामले में अब तक का छठा आरोपी है।
दरअसल, 16 सितंबर को इस पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ था। उस समय आरोपी वैभव खंडेलवाल के पास से पुलिस ने सात सफेद प्लास्टिक की बोरियों में भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की थीं। जांच के दौरान वैभव और उसके साथी कुणाल यादव ने पूछताछ में कई नाम उजागर किए थे। इन्हीं में फरदीन खान का नाम सामने आया। सूचना के आधार पर पुलिस ने सोमवार देर रात उरला इलाके से घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में फरदीन ने कबूल किया कि वह लंबे समय से वैभव खंडेलवाल से दवाएं खरीद रहा था।
इससे पहले 16 सितंबर को मास्टरमाइंड वैभव खंडेलवाल को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास से मिली सात बोरियों में भरी नशीली दवाएं अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी मानी जा रही है। जांच में सामने आया कि वैभव ने पूरे शहर और आसपास के क्षेत्रों में सप्लायर्स और खरीदारों का जाल फैला रखा था।
अब तक इस केस में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही और भी नाम सामने आ सकते हैं। जांच टीम लगातार नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश कर रही है।
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि नशे के अवैध कारोबार की कोई भी जानकारी तुरंत पुलिस को दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि नशे के खिलाफ यह मुहिम लगातार जारी रहेगी और शहर को इस अवैध कारोबार से पूरी तरह मुक्त किया जाएगा।