स्कूल से लेकर कॉलेज और ऑफिस से लेकर अस्पताल तक, हर जगह इन दिनों AI का यूज होने लगा है. ऐसे में भला पुलिस विभाग कैसे इससे पीछे रह सकता है. अब हैदराबाद पुलिस ने फैसला किया है कि वह क्राइम की जांच और दूसरे कामों में AI की मदद लेगी. हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जानर ने यह जानकारी दी है. बता दें कि दुनिया के कई देशों में पुलिस पहले से ही AI की मदद ले रही है.
ड्रोन्स की भी ली जाएगी मदद
पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आजकल दुनिया में AI की खूब चर्चा है. कई ऑफिस और कंपनियां इसे अपना रही हैं. हैदराबाद पुलिस भी इस पर विचार करेगी कि पुलिसिंग के काम में AI और ड्रोन्स को कैसे यूज किया जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि कई दूसरे पुलिस बल पहले से ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. हम देखेंगे कि वो कितने प्रभावी हैं. पुलिस अधिकारी ने बताया कि उनका ध्यान कानून व्यवस्था बनाए रखना, ट्रैफिक और रोड सेफ्टी, बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ AI आधारित टेक्नोलॉजी को अपनाने पर भी होगा.
यूके में भी ली जा रही मदद
अगस्त में एक रिपोर्ट आई थी कि यूके में एक ऐसा सिस्टम बनाया जा रहा है, जो AI का यूज कर क्राइम को रोकेगा और क्राइम होने से पहले ही उसका अंदाजा लगा सकेगा. इस AI-पावर्ड क्राइम प्रेडिक्शन सिस्टम में एक डिटेल्ड, रियल टाइम और इंटरएक्टिव क्राइम मैप होगा, जो यह बता सकेगा कि कहां पर क्राइम हो सकता है. यह एडवांस्ड डेटा एनालिसिस और इंटरेक्टिव मैपिंग के जरिए अधिकारियों को वहां पहुंचने में मदद करेगा, जहां कोई छोटा-सा मुद्दा गंभीर मामला बन सकता है. यूके से पहले अमेरिका के लॉस एंजिल्स और शिकागो में भी ऐसे सिस्टम लॉन्च किए गए थे, लेकिन ये ज्यादा सफल नहीं हो सके