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मध्यप्रदेश में FD घोटाला: लेखपाल और CMO ने पांच करोड़ की राशि में किया गबन

मंडला जिले में दो नगर पालिका परिषदों में पदस्थ रहे प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) और लेखपाल ने मिलकर पांच करोड़ रुपये की एफडी में गड़बड़ी की। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) जबलपुर ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीएमओ, लेखपाल और एक सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

जानकारी के अनुसार, राजेश मार्को और शिवकुमार झारिया ने नगर पालिका परिषद निवास और नगर पालिका परिषद भुआबिछिया की सरकारी राशि का उपयोग कर बिना पंजीकृत कंपनी में एफडी कराई। कुल एफडी राशि लगभग पांच करोड़ रुपये थी। इस प्रक्रिया में ब्याज की रकम करीब 16 लाख रुपये का गबन किया गया।

लेखपाल शिवकुमार झारिया ने एफडी से मिली ब्याज राशि से कई छोटे ऋण बांटे और ब्याज वसूल किया। बाद में जब नए सीएमओ पदस्थ हुए, तो उन्होंने प्रयास करके मूलधन की राशि वापस कराई, लेकिन ब्याज की राशि वापस नहीं मिली।

विशेष मामले के अनुसार, मई 2022 में राजेश मार्को नगर परिषद भुआबिछिया के प्रभारी सीएमओ थे। शिवकुमार झारिया ने तीन करोड़ 80 लाख रुपये की एफडी के लिए नोटशीट तैयार की, जिसे राजेश मार्को ने अनुमोदित किया। राशि नगर परिषद निवास के स्टेट बैंक खाते से शिवांशी इंडिया निधि लिमिटेड के एक्सिस बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी गई। बाद में एफडी समाप्त कर मूलधन प्राप्त किया गया, लेकिन 15 लाख 50 हजार 892 रुपये ब्याज वसूल नहीं हो सके।

इसी तरह, राजेश मार्को जब नगर परिषद निवास में प्रभारी बने तो एक करोड़ 73 लाख 82 हजार रुपये की राशि से दो एफडी तैयार करवाई। बाद में जब नए सीएमओ आए, तो एफडी समाप्त कर मूलधन वापस प्राप्त किया गया, लेकिन 44 हजार रुपये ब्याज गबन हो गया।

आरोप है कि लेखपाल ने एफडी से मिलने वाली ब्याज राशि से छोटे-छोटे ऋण बांटे और कर्जदारों से ब्याज वसूल किया। ईओडब्ल्यू ने प्रभारी सीएमओ राजेश मार्को, लेखपाल शिवकुमार झारिया और सहायक ग्रेड-3 दीपक रजक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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