गया: सहकारिता मंत्री डॉ॰ प्रेम कुमार ने गया समाहरणालय में आयोजित बैठक में गयाजी के सर्वांगीण विकास को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की. बैठक में गयाजी-बोधगया कॉरिडोर के डीपीआर निर्माण, बोधगया से फल्गु नदी किनारे रामशिला तक फ्लाईओवर निर्माण, और शहर में ऊर्जा विभाग द्वारा अंडरग्राउंड केबलिंग की आवश्यकता पर विचार किया गया.
मंत्री ने कहा कि गया शहर के विभिन्न मोहल्लों से निकलने वाला दूषित जल बिना उपचार के फल्गु नदी में प्रवाहित हो रहा है. इसे रोकने के लिए शीघ्र सीवरेज सिस्टम लागू करने की आवश्यकता है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि योजना को भारत सरकार को अग्रसारित कर दिया गया है. बैठक में रामशिला, प्रेतशिला, सीताकुंड, मां डूंगेश्वरी, मुरली हिल जैसे धार्मिक और पर्वतीय स्थलों को हरितावरण से सजाने और जीविका समूह की महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाने पर भी चर्चा हुई.
फल्गु नदी किनारे घाट निर्माण, इको पार्क की स्थापना और गंगाजल उद्यम योजना से वंचित मोहल्लों तक पाइपलाइन के माध्यम से जल आपूर्ति सुनिश्चित करने पर भी विचार किया गया. नगर विकास एवं आवास विभाग को स्वीकृति हेतु प्रस्ताव भेजा गया है. बैठक में NH-82 पर फ्लाईओवर, मां बागेश्वरी के निकट रेल ओवरब्रिज निर्माण, गयाजी मेट्रो रेल परियोजना और मुख्यमंत्री समग्र विकास योजना के शेष राशि के उपयोग से शहर की नालियों, गलियों एवं सार्वजनिक स्थलों के विकास पर जोर दिया गया . इसके अतिरिक्त वेजिटेबल फेडरेशन के तहत 17 प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज, गोदाम और कार्यालय भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने और शेष 7 प्रखंडों एवं नेट हाउस के लिए दो एकड़ भूमि देने का अनुरोध किया गया.यह बैठक गयाजी के समग्र विकास और पर्यावरण सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी.