इटावा: नगर पालिका परिषद के वरिष्ठ लिपिक राजीव यादव की आत्महत्या मामले में चेयरमैन के पति कुलदीप गुप्ता उर्फ संटू गुप्ता ने घटना के पांच दिन बाद सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि राजीव यादव ने नौकरी जाने और लाखों रुपये की रिकवरी के डर से अपनी जान दी। साथ ही दावा किया कि कुछ लोग राजनीतिक दुश्मनी के कारण उन्हें और उनकी पत्नी को झूठे मामले में फंसा रहे हैं.
गुप्ता के अनुसार, राजीव यादव की सेवा पुस्तिका (सर्विस बुक) में स्थायी नियुक्ति से जुड़ा कोई आदेश दर्ज नहीं था। इस कारण उन्हें अपनी नौकरी पर संकट और रिकवरी का डर बना हुआ था। उन्होंने बताया कि राजीव यादव अपनी पदोन्नति को लेकर चेयरमैन पर लगातार दबाव डाल रहे थे ताकि सेवानिवृत्ति पर उन्हें अच्छा एरियर मिल सके.
कुलदीप गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि राजीव यादव ने अपनी नियुक्ति की तारीखों को लेकर विरोधाभासी बातें कही थीं और यहां तक कि चेयरमैन को फंसाने की धमकी भी दी थी. उनके मुताबिक, नियुक्ति में गड़बड़ी की आशंका और सेवा सुरक्षा को लेकर डर ने ही राजीव यादव को मानसिक दबाव में डाल दिया था.
उन्होंने जिलाधिकारी (DM) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से मांग की कि इस पूरे मामले की जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके.