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अमेरा खदान में काम कर रहे लोगों पर ग्रामीणों ने किया हमला, लाठी डंडे से की पिटाई

अंबिकापुर के लखनपुर में स्थित अमेरा खुली खदान के विस्तार को लेकर संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर से अमेरा खदान में काम कर रहे कर्मचारियों पर हमले की घटना सामने आई है. दर्जनों की संख्या में पहुंचे लोगों ने कर्मचारियों पर हमला कर दिया. इस घटना में माइनिंग कंपनी के मैनेजर, पोकलेन ऑपरेटर सहित अन्य लोगों को गंभीर चोटें आई है. इस घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. एसईसीएल प्रबंधन ने इस घटना की शिकायत पुलिस से की है जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रबंधन का आरोप है कि मारपीट करने वाले भाड़े पर बुलाए गए बाहरी लोग थे.

अमेरा खुली खदान के विस्तार का विरोध: दरअसल एसईसीएल के अमेरा खुली खदान के विस्तार को लेकर लम्बे समय से विवाद चल रहा है. लखनपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाले परसोड़ीकला व कटकोना में भूमि का अधिग्रहण किया जाना है. भूमि अधिग्रहण और खदान के विस्तार को लेकर ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से विरोध किया जा रहा है. पिछले एक साल से लगातार ग्रामीण अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. इस दौरान ग्रामीणों ने बिना मुआवजा वितरण किए ही किसानों की जमीन पर कब्जा कर उनकी धान की फसलों को रौंदने का भी आरोप लगाया. 11 जून को खदान परिसर में कोयला का सैम्पल लेने गई टीम पर पूर्व में भी हमले की घटना सामने आ चुकी है. इस बीच मंगलवार को फिर से उस वक्त विवाद की स्थिति बन गई जब लगभग 100 की संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और विरोध जताना शुरू कर दिया.

जनरल मैनेजर सहित कई लोगों की पिटाई: खदान परिसर में एलसीसी कंपनी के कर्मचारी पोकलेन के माध्यम से मिट्टी हटाकर रास्ता बनाने का काम कर रहे ते. इस दौरान 15 से 20 की संख्या में लोग लाठी-डंडे, टांगी, हसिया के साथ नीचे उतर आए और अचानक ही पोकलेन ऑपरेटर मुनेंद्र पटेल पर हमला कर दिया. इस दौरान खदान क्षेत्र में अफरा तफरी की स्थिति निर्मित हो गई. बीच बचाव करने गए कंपनी के जनरल मैनेजर राघवेन्द्र पाण्डेय की भी उन्होंने पिटाई कर दी. इसके साथ ही खदान परिसर में अन्य लोगों पर भी हमला किया गया है जबकि परिसर में जमकर पत्थरबाजी की गई, जिससे कम्पनी की कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई है. इस घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस टीम भी मौके पर पहुंची.

एसईसीएल कर्मचारियों और कंपनी के लोगों पर किए गए हमले की घटना के बाद हड़कंप मच गया. इस घटना के बाद एसईसीएल के जनरल मैनेजर मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को उपचार के लिए लखनपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके साथ ही उन्होंने घटना की शिकायत पुलिस से की है.

अधिकारियों का कहना है कि रोजमर्रा के हिसाब से खदान परिसर में काम चल रहा था और आने जाने के लिए रोड बनाई जा रही थी. इसी दौरान बाहरी लोग लाठी लेकर पहुंचे और मारपीट की. अधिकारियों का कहना है कि मारपीट करने आए लोग बाहरी थे. ना ही उनकी जमीन है और ना ही उन्हें इस क्षेत्र से कोई लेना देना है. भाड़े पर बुलाए गए लोगों ने मारपीट की घटना की है. इसका एक कारण यह है कि प्रभावित ग्रामीणों के साथ पूर्व में शांतिपूर्ण तरीके से वार्ता हुई और उनकी बातों को सुना गया था. संभवत: शांति वार्ता में खलल डालने के लिए इस तरह की वारदात की गई है.

इस मामले में एरिया जनरल मैनेजर एसईसीएल डॉ. संजय कुमार सिंह ने बताया की खदान परिसर में काम करते समय लोगों ने लाठी डंडे से हमला किया है. इस हमले में एक मशीन ऑपरेटर, कंपनी का मैनेजर घायल हुआ है. पत्थरबाजी में कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुई है. हमला करने वाले भाड़े पर आए बाहरी लोग है जिनकी खदान क्षेत्र में कोई जमीन नहीं है. वे ग्रामीणों के साथ हुई शांति वार्ता में खलल डालना चाहते है. इस घटना की शिकायत की गई है और पुलिस जांच कर रही है.”

पुलिस ने शुरू की जांच: जिले के एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लो ने कहा कि घटना की सूचना मिली है, लोग थाने पहुंचे थे और उन्होंने शिकायत की है, इस मामले में शिकायत के आधार पर अपराध दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.

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