राष्ट्रीय स्वयंसेवक सेवक संघ के 100 साल पूरे होने पर उनके योगदान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशेष डाक टिकट और 100 रुपये के सिक्के जारी किए हैं. इसको लेकर विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी पर जमकर निशाना साध रही हैं. केरल के विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने गुरुवार को कहा कि पीएम मोदी ने हमारे स्वतंत्रता संग्राम का अपमान किया है.
सतीशन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “शर्मनाक! प्रधानमंत्री द्वारा RSS के लिए डाक टिकट और सिक्का जारी करना हमारे स्वतंत्रता संग्राम का अपमान है. RSS ने कभी आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी, उसने तो विश्वासघात किया. उनका महिमामंडन करना मतलब इतिहास को फिर से लिखना है, और भारत की जनता इस अपमान को कभी स्वीकार नहीं करेगी.”
सतीशन से पहले सीएम बिजयन ने आरएसएस को लेकर पीएम मोदी की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि आरएसएस के योगदान को लेकर विशेष रूप से डिजाइन किए गए डाक टिकट और 100 रुपये के सिक्के जारी करना गलत है. उन्होंने पीएम मोदी के इस फैसले को संविधान का अपमान बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि संघ एक विभाजनकारी विचारधारा को बढ़ावा देता है और स्वतंत्रता संग्राम के समय भी उन्होंने किसी भी लड़ाई में भाग नहीं लिया.
आरएसएस और यहूदियों की तुलना की
अपने एक भाषण के दौरान सीएम विजयन ने आरएसएस और इजराइल के यहूदियों के बीच तुलना की. उन्होंने आरएसएस को यहूदियों का जुड़वा भाई बताया. साथ ही उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को लेकर सीएम की चुप्पी पर निशाना साधा. सीएम ने मोदी को डोनाल्ड ट्रंप का विनम्र सेवक बताया. उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर देश भेजा, वीजा शुल्क बढ़ाया और भारत पर टैरिफ भी बढ़ाया, लेकिन मोदी ने ट्रंप के खिलाफ कभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
दरअसल, आरएसएस की स्थापना के 100 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पीएम मोदी ने विशेष रूप से डिजाइन किया गया डाक टिकट और 100 रुपये का सिक्का जारी किया, जिसमें उन्होंने देश के प्रति संघ के योगदान को दर्शाया है.