कटनी जिले के रीठी थाना अंतर्गत भरतपुर गांव में दशहरा के दिन दो सगे भाइयों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया और मातम का माहौल छा गया। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है।
हादसे का विवरण
जानकारी के अनुसार, छोटे बरहटा के निवासी सुशील पटेल के बेटे शिवांश लोधी (8 साल) और देवांश लोधी (10 साल) दशहरा के मौके पर अपने मामा के गांव भरतपुर गए हुए थे। लगभग सुबह 11 बजे दोनों बच्चे गांव के अन्य बच्चों के साथ बाराती तालाब में नहाने गए। अचानक गहरे पानी में जाने के कारण दोनों बच्चे डूब गए।
ग्रामीणों और पुलिस की प्रतिक्रिया
तालाब में डूबने की जानकारी बच्चों ने आसपास के लोगों को दी। इसके बाद ग्रामीण एकत्र हुए और तालाब में बच्चों की खोजबीन की। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला गया और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रीठी ले जाया गया। चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
गांव में शोक
घटना की जानकारी लगते ही बरेहटा और भरतपुर गांव में गहरा शोक फैल गया। ग्रामीण और परिजन हृदय विदारक हादसे से उबर नहीं पा रहे हैं। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं और मृतकों के परिजनों से बयान लेने के साथ ही जांच जारी है।
सुरक्षा पर सवाल
इस दर्दनाक घटना ने बच्चों की सुरक्षा और तालाब जैसे जल स्त्रोतों के आसपास निगरानी की आवश्यकता को उजागर कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि वहां बचाव या सतर्कता होती तो शायद यह हादसा टल सकता था।
यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक बड़ी दुखद सीख साबित हुई है। समुदाय और प्रशासन को मिलकर बच्चों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की जरूरत है।