बालोद : बालोद जिले के मालीघोरी (दुधली) गांव में लंबे समय से चल रहे अवैध शराब कारोबार को लेकर शनिवार की रात बड़ा बवाल हो गया. आरोप है कि शराब तस्कर त्रिलोकी गौतम और उसके गुर्गों ने गांव के धार्मिक आयोजन में शामिल कुछ ग्रामीणों के साथ मारपीट कर दी. इसके बाद गांव में रातभर हंगामे का माहौल रहा. ग्रामीणों ने पुलिस और आबकारी विभाग पर अवैध कारोबारियों को संरक्षण देने का सीधा आरोप लगाया.
महात्मा गांधी जयंती और दशहरे पर भी बेची गई शराब
ग्रामीणों के मुताबिक, गांधी जयंती और दशहरे जैसे पर्व पर भी तस्कर प्रेस लिखी कार और बाइक के जरिए शराब की कई पेटियां खपाते रहे. रात 8 बजे के करीब त्रिलोकी गौतम अपने घर में 80 रुपए की शराब 150 रुपए में बेच रहा था. इस दौरान एक ग्राहक ने रेट कम करने की बात कही तो उसे बिहार और जम्मू से आए गुंडों ने पीट दिया.
धार्मिक आयोजन में भी गुंडागर्दी
ग्रामीणों का कहना है कि शराब तस्कर के गुर्गे मोहल्ले में हथियार लेकर गाली-गलौज कर रहे थे. जब आयोजन की तैयारी कर रहे लोगों ने विरोध किया तो उनके साथ भी मारपीट की गई. विवाद बढ़ते देख और गुंडों को बालोद से बुलाया गया, लेकिन ग्रामीण एकजुट होकर सामने आए और पुलिस को सूचना दी.
रातभर तनाव, पुलिस पर संरक्षण देने का आरोप
हंगामा रात 12 बजे तक चलता रहा. ग्रामीण महेश साहू ने बताया कि अवैध शराब का धंधा कई महीनों से चल रहा है. पुलिस को सूचना देने पर तस्करों तक ग्रामीणों का नाम पहुंच जाता था, जिसके बाद वे लोगों को टारगेट करने लगते थे. इसी वजह से ग्रामीण डर के कारण चुप रहे.
नवोदय विद्यालय के पीछे शराब का धंधा
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि नवोदय विद्यालय और आईटीआई मार्ग के पास खुलेआम अवैध शराब बेची जाती रही. यहां सुबह से ही खरीदारों की भीड़ लगी रहती थी. शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले इस क्षेत्र में अवैध धंधे से लोग त्रस्त थे.
घर से मिली 500 नग शराब
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची. त्रिलोकी गौतम के घर की महिलाओं ने एक कमरे में ताला लगा दिया था, लेकिन ग्रामीणों के हंगामे के बाद पुलिस ने ताला तोड़कर तलाशी ली, जहां से करीब 500 नग से ज्यादा शराब बरामद की गई.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
फिलहाल बालोद पुलिस ने मारपीट और अवैध शराब की जब्ती को लेकर एफआईआर दर्ज की है. हालांकि, ग्रामीणों का आरोप है कि तस्करों को लगातार संरक्षण मिलता रहा है, जिसकी वजह से यह धंधा बेखौफ तरीके से चलता रहा.