जमुई : बहुप्रतीक्षित बरनार जलाशय योजना को लेकर अब जिले में उत्साह का माहौल है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 04 अक्टूबर को जमुई जिले के सोनो प्रखंड अंतर्गत बटिया आ सकते हैं, जहां वे इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्यारंभ करेंगे। वजीर-ए-आला के संभावित आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन तैयारियों में जुट गया है और स्थल निरीक्षण का दौर शुरू हो चुका है.
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार बरनार जलाशय योजना बिहार की सबसे बड़ी सिंचाई परियोजना होगी. इस योजना के तहत बरनार नदी पर राज्य का सबसे बड़ा कंक्रीट बांध बनाया जाएगा. अनुमानित लागत 2527 करोड़ रुपये है और निविदा जारी होने के बाद कार्य को 42 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. योजना पूरी होने के बाद सोनो, झाझा, गिद्धौर और खैरा प्रखंड के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी. साथ ही, कृषि उत्पादन में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान संभव होगा.
परियोजना के तहत 22,226 हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई की जाएगी. आधुनिक पाइप सिंचाई तकनीक से जल का कुशल उपयोग सुनिश्चित होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और कृषि उत्पादन नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा. परियोजना में 285 मीटर लंबा और 74.31 मीटर ऊंचा बांध बनाया जाएगा, जो अब तक का बिहार का सबसे बड़ा कंक्रीट बांध होगा. इसे राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल चुकी है और मुख्यमंत्री स्वयं निर्माण कार्य का शुभारंभ करने आ सकते हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह परियोजना जनता के कठिन संघर्ष और लंबे इंतजार के बाद साकार हो रही है. बरनार जलाशय योजना का सपना 37 साल से अधूरा था, लेकिन अब निविदा पर अंतिम मुहर लगने के बाद किसानों की उम्मीदें परवान चढ़ी हैं. लाखों किसान इस योजना से सीधे लाभांवित होंगे.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 07 फरवरी को जमुई के दौरे के दौरान बरनार जलाशय योजना की घोषणा की थी. उसी वादे को पूरा करने के क्रम में वे 04 अक्टूबर को बटिया पहुंचकर निर्माण कार्यारंभ कर सकते हैं. उधर, जिला कलेक्टर नवीन के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने कटहराटांड़ और बटिया क्षेत्र का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया. डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम अभी औपचारिक रूप से तय नहीं हुआ है, लेकिन उनके आने की प्रबल संभावना है. विस्तृत कार्यक्रम की प्रतीक्षा की जा रही है. निरीक्षण दल में डीडीसी सुभाष चंद्र मंडल, एडीएम रविकांत सिन्हा, डीपीआरओ वीरेंद्र कुमार, एसडीएम सौरभ कुमार समेत कई अधिकारी शामिल थे.