डूंगरपुर: भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में एसीबी ने एक और बड़ा कदम उठाया है. बिलड़ी के तत्कालीन भू-अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल पर अब कानूनी शिकंजा कस गया है. डूंगरपुर कलेक्टर से अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद एसीबी उदयपुर ने आरोपी दिनेश पंचाल के खिलाफ एसीबी कोर्ट उदयपुर में चालान पेश कर दिया. इस मामले ने मई माह में पूरे जिले में सनसनी फैला दी थी, जब एसीबी की टीम ने पंचाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था और उसके घर से भारी मात्रा में नकदी व जेवर बरामद किए थे.
नामांतरण खोलने के एवज में मांगी थी रिश्वत
एसीबी उदयपुर की प्रभारी डॉ. सोनू शेखावत ने बताया कि 16 मई 2024 को बिलड़ी में पदस्थ भू-अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था. आरोपी ने कृषि भूमि का अलग-अलग नाम से नामांतरण खोलने की एवज में परिवादी से यह रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता मनपुर निवासी शंकरलाल पुत्र कानजी कटारा ने दर्ज कराई शिकायत में बताया था कि पंचाल नामांतरण खोलने के लिए 50 हजार रुपए की मांग कर रहा था. एसीबी ने योजना बनाकर ट्रैप किया और पंचाल को रंगे हाथों दबोच लिया.
घर की तलाशी में मिली दौलत, 42 लाख कैश, 75 लाख के जेवर और जमीन के कागजात
गिरफ्तारी के बाद जब एसीबी की टीम ने आरोपी के घर की तलाशी ली, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. टीम को घर से 42 लाख रुपए नकद और करीब 75 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवर मिले. इसके अलावा विभिन्न जगहों पर बेशकीमती जमीनों के दस्तावेज भी बरामद किए गए थे.
कलेक्टर ने दी अभियोजन की मंजूरी, अब कोर्ट में मुकदमा चलेगा
एसीबी ने इस मामले में कलेक्टर से अभियोजन स्वीकृति मांगी थी, जिस पर कलेक्टर कार्यालय की ओर से मंजूरी प्रदान कर दी गई. इसके बाद एसीबी उदयपुर ने आरोपी दिनेश पंचाल के खिलाफ एसीबी कोर्ट उदयपुर में चालान पेश कर दिया है. सूत्रों के अनुसार, अब इस प्रकरण में अभियोजन की कार्रवाई आगे बढ़ेगी और आरोपी को न्यायालय में पेश होकर जवाब देना होगा. एसीबी सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि पंचाल की संपत्तियों की जांच भी आगे जारी रह सकती है, ताकि उसकी आय से अधिक संपत्ति के पहलू पर भी कार्रवाई की जा सके.