सुलतानपुर: दूबेपुर के ग्राम पंचायत लौहर पश्चिम के रामपाल ने डीएम को शपथपत्र देकर प्रधान पर गांव के विकास कार्यों में धांधली का आरोप लगाया था. पीड़ित की शिकायत पर शनिवार को मामले की तीसरी बार जांच करने गांव में अधिकारी पहुंचे. शिकायत कर्ता का आरोप था कि प्रधान ने गांव में कल्लू के दरवाजे से अवधेश सिंह के खेत तक करीब 70 मीटर खड़ंजा दिखाकर 34702 रूपए का धन अवमुक्त करा लिया, जबकि खड़ंजा मार्ग पक्की सड़क से अशोक सिंह के घर तक खड़ंजा पूर्व प्रधान द्वारा कराया गया था.
इसे वर्तमान प्रधान ने अपनी निधि में दिखा दिया और बिना कार्य किए प्रधान ने कार्य दिखाकर धन अवमुक्त करा लिया. शिकायत के बाद डीएम ने बीडीओ दूबेपुर को जांच सौंपी. बीडीओ दूबेपुर दिव्या सिंह ने एडीओ पंचायत दिनेश सिंह और सचिव मनोज पाण्डेय की टीम गठित कर जांच की जिम्मेवारी सौंपी. शनिवार की दोपहर नामित अधिकारियों की टीम लौहर पश्चिम गांव में पहुंची. दी गई शिकायत का भौतिक सत्यापन किया. मौके पर जांच में खड़ंजा वर्तमान प्रधान द्वारा ही लगाया गया पाया गया है.
एडीओ पंचायत दिनेश सिंह ने बताया कि खड़ंजा की शिकायत में सत्यता नहीं मिली है. शिकायत कर्ता को पूर्व में सूचना दी गई थी लेकिन वह मौके पर नहीं आये. शिकायत कर्ता द्वारा एक ही प्रकरण की शिकायत पहले भी दो बार की जा चुकी है. दोनों बार शिकायत कर्ता जांच टीम के सामने उपस्थित नहीं हुए. वहीं प्रधान रीता यादव का कहना है कि जांच टीम के सामने शिकायत कर्ता नहीं आते, एक प्रकरण की बार-बार शिकायत करके हमें परेशान किया जा रहा है. शिकायत कर्ता द्वारा लगाए गए आरोप असत्य व निराधार है.