देवास। नवरात्र के बाद माता टेकरी पर दानपेटी खोलने का कार्यक्रम हुआ, जिसमें भक्तों की लिखी अर्जी और चिट्ठियां सामने आईं। इन पत्रों में भक्तों की मनोभावना और अनोखी मांगें देख अधिकारी भी मुस्कुराने लगे। दानपेटी में नकद धनराशि और आभूषणों के साथ-साथ रोचक और कभी-कभी हास्यप्रद चिट्ठियां भी मिलीं, जिन्हें सोशल मीडिया पर तेजी से साझा किया गया।
शहर के एक नागरिक ने माता तुलजा-भवानी और चामुंडा माता से अपनी चिंता व्यक्त करते हुए लिखा कि शहर की सड़कों पर अतिक्रमण और होर्डिंग से शहर का स्वरूप बिगड़ा है। उन्होंने मां से अधिकारियों को शक्ति देने और शहर को सुन्दर बनाने की प्रार्थना की।
एक युवक ने पत्र में अपनी महत्वाकांक्षा साझा की और लिखा कि वह भविष्य में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बनना चाहता है, लेकिन फिलहाल अच्छी नौकरी की जरूरत है। उसने मां से सरकारी या गैर-सरकारी संस्थानों में नौकरी दिलवाने की प्रार्थना की। इसी तरह एक युवती ने मां से अगले वर्ष अधिकारी बनने की इच्छा व्यक्त की।
कुछ पत्रों में व्यक्तिगत परेशानियों का जिक्र भी था। एक युवक ने अपनी पत्नी से परेशान होने का दर्द लिखा और मां से मदद की गुहार लगाई। उसने अपनी पत्नी को जीवन से दूर करने और जीवन को सुखमय बनाने की मांग की। इसके अलावा, कुछ भक्तों ने मकान, पानी और अन्य जीवनोपयोगी सुविधाओं की मांग की।
दानपेटी में निकली इन चिट्ठियों ने न केवल भक्तों की विविध मानसिकता और आशाओं को सामने रखा बल्कि स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों को भी हंसते हुए पत्र पढ़ने का मौका मिला। अधिकारी इस तरह के भक्तिपूर्ण और रचनात्मक पत्रों को देखकर न केवल मुस्कुराए बल्कि इसे सोशल मीडिया में साझा करने की अनुमति भी दी।
दानपेटी के इस अनोखे खुलासे ने यह दिखाया कि भक्त अपनी आस्था के साथ अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं और सामाजिक मुद्दों को भी मां के समक्ष रख सकते हैं। इस प्रक्रिया ने प्रशासन और जनता के बीच संवाद का एक अनोखा रूप भी प्रस्तुत किया।