मुजफ्फरपुर में विधानसभा चुनाव से पहले शराब माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस और आबकारी विभाग ने लगभग 1 करोड़ रुपये कीमत की विदेशी शराब बरामद की है। यह शराब पंजाब से लाकर बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान खपाने की योजना बनाई जा रही थी।
आबकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बरामद शराब विभिन्न ब्रांड की विदेशी शराब थी। इसे चुनावी अवधि में अवैध तरीके से वितरण के लिए मुजफ्फरपुर लाया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान विभाग ने शराब के बड़े पैकेट और वाहनों को जब्त किया। शराब तस्करी की यह घटना चुनाव में शराब के माध्यम से मतदाताओं को प्रभावित करने की संभावित योजना को उजागर करती है।
अधिकारियों के अनुसार, विभाग ने इलाके में निगरानी बढ़ा रखी थी और लंबे समय से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। तस्करों को पकड़ने और शराब की सप्लाई रोकने के लिए टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की। बरामद शराब को तुरंत कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस ने बताया कि मामले में आबकारी एक्ट और संबंधित कानूनों के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, जिन लोगों के पास शराब की ट्रांसपोर्ट और स्टोरिंग की अनुमति नहीं थी, उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा। अधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि चुनाव के दौरान अवैध शराब वितरण को पूरी तरह रोका जाए।
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव के समय शराब तस्करी रोकना लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता के लिए बेहद जरूरी है। ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई और सख्त निगरानी सुनिश्चित करती है कि चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो।
आबकारी विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अवैध शराब से दूर रहें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दें। यह कार्रवाई चुनाव में कानून व्यवस्था बनाए रखने और अवैध शराब पर अंकुश लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
बरामद शराब की कीमत और मात्रा को देखते हुए यह कार्रवाई जिले में शराब तस्करी पर कड़ी नजर रखने का संदेश भी है। आगामी दिनों में विभाग इस मामले में और विस्तृत जांच और संभावित गिरोहों की पहचान करेगा।