असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया है कि गायक जुबिन गर्ग की रहस्यमय मौत से जुड़ी जानकारी वे केवल फेसबुक लाइव के माध्यम से साझा करेंगे। उनका कहना है कि मीडिया अक्सर प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंशों को चुनिंदा तरीके से दिखाता है, जिससे जनता में भ्रम फैलता है। इसलिए उन्होंने फैसला किया है कि इस मामले में सीधे जनता से संवाद फेसबुक लाइव पर ही होगा।
जुबिन गर्ग की मौत 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय हुई थी। वह चौथे पूर्वोत्तर भारत महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए सिंगापुर गए थे। मामले की जांच सीआईडी की नौ सदस्यीय विशेष जांच टीम (एसआईटी) कर रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि असम पुलिस सिंगापुर नहीं जा सकती और संबंधित लोगों के सामने आने तक इस मामले में कड़ियां नहीं जोड़ी जा सकतीं।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पत्रकारों के सभी सवाल सुने जाएंगे, लेकिन जवाब केवल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ही दिए जाएंगे ताकि जनता इसे असंपादित रूप में देख सके और किसी तरह की गलतफहमी न बने। इसके अलावा, शुक्रवार को फेसबुक लाइव के माध्यम से जुबिन की मौत की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की घोषणा की गई।
मुख्यमंत्री ने जुबिन गर्ग की पत्नी गरिमा से भी मुलाकात की। उन्होंने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है और कहा कि यह उनका निजी दस्तावेज नहीं है, जांचकर्ता ही तय करेंगे कि इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए या नहीं।
इस बीच, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए असम सरकार और पुलिस लगातार सक्रिय हैं। जनता को सही जानकारी और जांच की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर संवाद का विकल्प चुना है। इससे उम्मीद है कि मामले में अफवाहें और गलतफहमियां नहीं फैलेंगी।
जुबिन गर्ग की मौत ने पूरे पूर्वोत्तर और संगीत जगत में शोक का माहौल बना दिया है। न्यायिक आयोग और SIT की जांच से जल्द ही इस रहस्यमय मौत के कारणों का पता चलने की उम्मीद है। इस प्रक्रिया में मुख्यमंत्री की पहल से पारदर्शिता बढ़ने और जनता का भरोसा कायम रहने की संभावना है।