पन्ना : नेशनल हाइवे 39 पर शनिवार की सुबह पन्ना टाइगर रिजर्व (PTR) के बीचोंबीच 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया.यह जाम मड़ला घाटी क्षेत्र में उस समय लगा, जब एक ट्रक पांडव फॉल के पास मोड़ पर फंस गया.सुबह करीब 9:30 बजे ट्रक के फंसते ही घाटी में दोनों ओर से वाहनों की लंबी कतार लग गई और आवागमन पूरी तरह ठप हो गया.
बताया गया कि पन्ना–छतरपुर के बीच गुजरने वाली यह सड़क PTR के सबसे संकरे हिस्से से होकर निकलती है.यहां सड़क न तो पूरी तरह डबल लेन है और न ही किनारों पर शोल्डर बने हैं.कई जगहों पर सड़क के दोनों ओर लगभग एक फीट गहरी नालियां बनी हुई हैं, जिससे वाहनों के लिए ओवरटेक करना मुश्किल हो जाता है.यही वजह है कि घाटी क्षेत्र में आए दिन जाम की स्थिति बन जाती है.
शनिवार को जब ट्रक मोड़ पर फंस गया, तो भैरव मंदिर से लेकर झिन्ना बैरियर तक करीब 10 किलोमीटर तक वाहनों की लाइन लग गई। इस जाम में कई यात्री बसें, छोटे वाहन और पर्यटक गाड़ियां भी फंस गईं.जाम की वजह से रिजर्व क्षेत्र में आवाजाही पूरी तरह रुक गई और जंगल के बीच घंटों तक सैकड़ों वाहन फंसे रहे.
स्थिति की जानकारी मिलते ही पन्ना से यातायात पुलिस और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची.पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से ट्रक को निकालने के प्रयास शुरू किए.लगभग साढ़े पांच घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर 3 बजे ट्रक को रास्ते से हटाया गया और यातायात को फिर से सुचारू किया गया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मड़ला घाटी की यह सड़क वर्षों से संकरी है.डबल लेन का काम अधूरा है और किनारों पर सुरक्षा रेलिंग या शोल्डर भी नहीं बनाए गए हैं.पर्यटकों की बढ़ती संख्या और भारी वाहनों की आवाजाही के कारण यहां आए दिन जाम की समस्या होती है.
यात्री बसों में फंसे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.कई वाहन चालकों ने कहा कि अगर सड़क चौड़ी और व्यवस्थित होती, तो यह स्थिति नहीं बनती.स्थानीय प्रशासन ने अब इस क्षेत्र में नियमित रूप से ट्रैफिक पुलिस की तैनाती और सड़क सुधार के लिए उच्च स्तर पर प्रस्ताव भेजने की बात कही है.
पन्ना टाइगर रिजर्व की मड़ला घाटी में बार-बार लगने वाले जाम ने सड़क सुरक्षा और संरचना सुधार की गंभीर आवश्यकता को उजागर किया है.जब तक सड़क को चौड़ा और सुरक्षित नहीं किया जाता, तब तक यह खूबसूरत घाटी यात्रियों और पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बनी रहेगी.