मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में भालुओं का लगातार रिहायशी इलाकों में पहुंचना चिंता का विषय बन गया है। हाल ही में सिद्धबाबा मंदिर, हनुमान मंदिर और दुर्गा मंदिर के पास दो भालू घूमते हुए देखे गए। लेदरी खोंगापानी मुख्य मार्ग के पास मंदिरों के आसपास का वीडियो भी सामने आया है। इसके अलावा, जनकपुर के एक आम के बगीचे और मनेंद्रगढ़ में एक भालू अपने दो शावकों के साथ विचरण करता देखा गया।
भालुओं की इस गतिविधि से स्थानीय लोग भयभीत हैं। पिछले एक महीने से जिले के अलग-अलग इलाकों में भालुओं का लगातार देखा जाना और उनके हमले कई बार लोगों के घायल होने का कारण बने हैं। वन विभाग अभी तक भालुओं को पकड़ने या रिहायशी इलाकों से दूर रखने में सफल नहीं हो सका है।
30 सितंबर की रात दो घटनाओं में भालुओं ने हमला किया। पहला मामला नगर पंचायत खोंगापानी वार्ड नंबर 6 का है, जहां पूर्व पार्षद विष्णु सिंह (35) पर भालू ने हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अपोलो हॉस्पिटल रेफर किया गया।
दूसरी घटना जनकपुर में हुई, जहां एक युवक घर लौटते समय भालू के हमले का शिकार हुआ। घायल युवक का इलाज जनकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भालू रिहायशी क्षेत्रों में भोजन की तलाश में आते हैं। मंदिरों और घरों के आसपास उनका अचानक आना लोगों के लिए खतरे की घंटी बन गया है। कुछ भालू घरों में दरवाजा तोड़कर भी घुसते देखे गए हैं।
वन विभाग ने बताया कि जिले में SDRF और स्थानीय गोताखोरों की मदद से भालुओं को पकड़ने और नियंत्रण में रखने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे बच्चों और घर के पालतू जानवरों को अकेले बाहर न भेजें। भालुओं के हमले से बचाव के लिए जरूरी सतर्कता बरतें और वन विभाग को किसी भी गतिविधि की तुरंत सूचना दें।
भालुओं की उपस्थिति से इलाके में डर का माहौल बना हुआ है, जबकि वन विभाग और प्रशासन के प्रयास जारी हैं।