सोनभद्र: सोनभद्र जिले के कोन विकासखंड में बीती रात से जारी मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. बारिश इतनी भीषण थी कि कई इलाकों में यह ‘जल-प्रलय’ जैसा मंज़र ले आई.
रामगढ़, महिउद्दीनपुर, कोन मिश्री, रगरम और मीटहिनिया जैसे क्षेत्रों में भारी तबाही देखने को मिली है. लगातार बरसात के चलते कई मकान धराशाही हो गए हैं और मुख्य सड़कें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे आवागमन ठप्प पड़ गया है.
नदियां उफ़ान पर, घरों में घुसा पानी
तेज बारिश के कारण क्षेत्र की नदियां उफान पर हैं. रगरम निवासी राजकिशोर विश्वकर्मा ने अपनी आपबीती बताते हुए कहा कि बीती रात करीब 1 बजे लउआ नदी का पानी अचानक उनके घर में घुस गया, जिससे उनका मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया. हालांकि, तुरंत सूचना मिलने पर 112 नंबर की टीम ने मौके पर पहुंचकर उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।इसी तरह, ग्राम पंचायत मिटिहिनिया में भी एक घर के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है, जिसके बाद पीड़ित परिवार के पास रहने के लिए कोई जगह नहीं बची है. इन घटनाओं से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल है.
सड़कों पर चलना दूभर, आवागमन बाधित
भाजपा किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष ने बताया कि क्षेत्र में कई घर धराशाही हुए हैं और सड़कों की हालत इतनी खराब हो गई है कि उन पर चलना दूभर हो गया है। उन्होंने प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द जिला प्रशासन से मुआवजे दिलवाने का आश्वासन दिया है. क्षेत्र की जनता ने अपनी परेशानी साझा करते हुए बताया कि कोन से विंण्ढमगंज जाने वाले मार्ग पर पानी भर गया है, जिससे यह मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है.
जनता ने की तत्काल मुआवजे और समस्या समाधान की मांग
भारी नुकसान से जूझ रही कोन क्षेत्र की जनता ने अब शासन-प्रशासन से तत्काल मदद की गुहार लगाई है. लोगों ने जिला प्रशासन से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए उचित मुआवजे की मांग की है. इसके साथ ही, सड़कों पर भरे पानी और आवागमन की समस्या के शीघ्र समाधान की भी मांग की गई है, ताकि जनजीवन को पटरी पर लाया जा सके.