इंदौर में बजरंग दल के पदाधिकारियों ने करणी सेना के प्रदेश सह-संगठन मंत्री मानसिंह राजावत के खिलाफ परदेशीपुरा थाने में लिखित शिकायत दी है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मानसिंह राजावत बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठनों का नाम लेकर वरिष्ठ अधिकारियों और प्रतिष्ठानों पर प्रभाव जमाने की कोशिश करते हैं, जबकि उनका इन संगठनों से कोई आधिकारिक संबंध नहीं है।
लेटरहेड पर की गई शिकायत
बजरंग दल के जिला मंत्री अंकित मौर्य ने विश्व हिंदू परिषद – बजरंग दल के लेटरहेड पर यह शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि मानसिंह राजावत द्वारा थानों और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर बजरंग दल का नाम लेकर धमकाने और डराने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे संगठन की छवि धूमिल हो रही है।
शिकायत में यह भी उल्लेख है कि मानसिंह राजावत न तो बजरंग दल के किसी पद पर हैं और न ही संगठन से उनका कोई आधिकारिक संबंध है।
पहले भी हो चुकी हैं शिकायतें
बजरंग दल के पदाधिकारियों के अनुसार, यह मानसिंह राजावत के खिलाफ तीसरी बार की गई शिकायत है। इससे पहले विजयनगर और एमआईजी थानों में भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है। आरोप है कि वह लव जिहाद जैसे संवेदनशील मामलों में बजरंग दल का नाम लेकर लोगों पर प्रभाव डालते हैं।
पुलिस के पास सबूत नहीं सौंपे गए
परदेशीपुरा पुलिस ने बताया कि उन्हें शिकायत लिखित रूप में मिली है, लेकिन अब तक शिकायतकर्ताओं ने कोई ठोस साक्ष्य या प्रमाण प्रस्तुत नहीं किए। मामले की जांच जारी है।
मानसिंह बोले- मानहानि का नोटिस भेज रहे
इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मानसिंह राजावत ने कहा कि वह करणी सेना के प्रदेश सह-संगठन मंत्री हैं और उन्होंने कभी बजरंग दल का नाम अपने किसी कार्य में नहीं लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग उन्हें जानबूझकर बदनाम कर रहे हैं।
मानसिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने भी वरिष्ठ अधिकारियों को इस संबंध में आवेदन सौंपा है और अब वह शिकायतकर्ताओं के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेज रहे हैं।