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राज्यपाल ने आदिवासियों के साथ किया सहभोज — सिंग्रामपुर में दी सामाजिक समरसता की मिसाल

दमोह : जिले के सिंग्रामपुर में सोमवार को एकता और सामाजिक समरसता का अनूठा संदेश देखने को मिला, जब मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्यमंत्री दुर्गादास उइके के साथ आदिवासी समुदाय के लोगों के बीच बैठकर भोजन किया.इस सहभोज कार्यक्रम में प्रदेश और जिले के अनेक जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.

कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने वीरांगना रानी दुर्गावती की 502वीं जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की.उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पारिजात का पौधा भी रोपित किया। वहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उइके ने भी रानी दुर्गावती की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.

राज्यपाल गुबरा हेलीपैड पहुंचे, जहां प्रदेश के मंत्री, सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया.इस अवसर पर कमिश्नर अनिल सुचारी, आईजी डॉ. हिमानी खन्ना, कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर और पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने उनकी अगवानी की. स्वागत के बाद राज्यपाल सीधे सिंग्रामपुर स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचे.

इस सहभोज में प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्य मंत्री लखन पटेल, सांसद राहुल सिंह, दमोह विधायक जयंत कुमार मलैया, हटा विधायक उमादेवी खटीक, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष रंजीता गौरव पटेल और भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम शिवहरे सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया.

राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि आदिवासी समाज भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है. इनकी परंपराएं, रीति-रिवाज और जीवनशैली हमारे समाज को सामूहिकता और सहयोग की भावना से जोड़ते हैं.उन्होंने कहा कि सामाजिक एकता और समरसता से ही देश आगे बढ़ सकता है.

कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल ने स्थानीय लोगों से संवाद किया और उनकी परंपरागत कलाओं, लोकगीतों एवं हस्तशिल्प की सराहना की.सिंग्रामपुर में आयोजित यह आयोजन सामाजिक समरसता और एकजुटता का प्रतीक बन गया, जिसमें शासन और समाज का सुंदर संगम देखने को मिला.

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