अजमेर: राजस्थान में पास किए गए धर्मांतरण विरोधी बिल के विरोध में सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया. आजाद समाज पार्टी सहित विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने हाथों में तख्तियां लेकर नारेबाजी की गई. लोगों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम पोस्ट कार्ड लिखकर कलेक्ट्रेट परिसर के पोस्ट ऑफिस बॉक्स में भेजे गए. इसके साथ ही कलेक्टर को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष लालचंद हिनूनीया ने बताया कि राजस्थान में हाल ही में धर्मांतरण विरोधी बिल 2025 पास किया गया है. जो कि हमारी धार्मिक स्वतंत्रता अभिव्यक्ति एवं संवैधानिक अधिकारों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है.
जिला अध्यक्ष ने बताया कि इस बिल में सभी धर्म के लोग लाभार्थी बनते हैं, तो इसे प्रलोभन देने की अवैध श्रेणी में रखा गया है. यह मानवीय कार्य बंद कर देना मानवीय दृष्टिकोण से उचित नहीं है. इसमें मानवता, दया, सेवा व सहायता की जाती है, जो पूर्ण कमाने के लिए किया जाता है. इस बिल में लोग प्रलोभन के संबंध में कानून बनाया वह असर्वैधानिक है.
इस बिल में किए गए प्रावधानों से संपूर्ण रूप से असहमति प्रकट करते हैं. इस विधेयक में कानून की भाषा अस्पष्ट, पशुपति व गैर संवैधानिक है, इसके दुरुपयोग होने के प्रबल संभावना है.
जिला अध्यक्ष ने बताया कि यह विधेयक बिना पर्याप्त बहस और विपक्ष की अनुपस्थिति में जल्दबाजी में पारित किया गया है. यह बिल पूर्ण रूप से अस्तित्व में नहीं आया है, फिर भी कई जगह पर धर्मांतरण का झूठा आरोप लगाकर समाज के लोगों के साथ अब मान्यता की जा रही है. भविष्य में ऐसी कई घटनाएं घटने के पूर्ण संभावना है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से इस बिल को तत्काल प्रभाव से अपास्त करवाने की मांग की गई है.