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बिहार : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया बरनार जलाशय योजना का वर्चुअल शिलान्यास

जमुई : सोनो प्रखंड के कटहराटांड़ के समीप स्थित बरनार जलाशय योजना का सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास किया. यह बहुप्रतीक्षित परियोजना चकाई विधानसभा क्षेत्र की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक मानी जा रही है, जिसकी अनुमानित लागत 2,579 करोड़ रुपये है.

इस योजना के माध्यम से जमुई जिले के सोनो, खैरा और झाझा प्रखंडों के हजारों किसानों को सिंचाई एवं पेयजल की स्थायी सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में कृषि उत्पादन, जल संरक्षण और ग्रामीण विकास को नई गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. बरनार जलाशय योजना की परिकल्पना लगभग पाँच दशक पूर्व की गई थी. इसकी नींव वर्ष 1974 में रखी गई थी, परंतु तकनीकी कारणों और प्रशासनिक विलंब के चलते अप्रैल 1990 में इसका निर्माण कार्य रोक दिया गया. इसके बाद यह योजना वर्षों तक ठंडे बस्ते में पड़ी रही और कई सरकारों के कार्यकाल में केवल चर्चा और राजनीतिक बहस का विषय बनी रही.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार जल संसाधनों के दोहन और किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए निरंतर प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि बरनार जलाशय योजना जैसे बड़े प्रोजेक्ट से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और जल संकट से जूझ रहे क्षेत्रों को राहत पहुँचेगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजना के कार्य में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए ताकि निर्धारित समय सीमा में यह योजना पूर्ण हो सके.

वर्चुअल शिलान्यास समारोह में चकाई के विधायक एवं विज्ञान, प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह भी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि यह योजना उनके क्षेत्र के लिए “सपना साकार होने” जैसा है। उन्होंने बताया कि वे कई वर्षों से इस परियोजना को पुनः शुरू कराने की मांग करते आ रहे थे. मुख्यमंत्री के सहयोग से आज यह सपना साकार हुआ है.

मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा, “बरनार जलाशय योजना से पूरे क्षेत्र में विकास की नई धारा बहेगी। किसानों को सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे कृषि उत्पादन में भी वृद्धि होगी. साथ ही ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होगा और रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे.”उन्होंने कहा कि यह केवल एक सिंचाई परियोजना नहीं, बल्कि समग्र ग्रामीण विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे जल स्तर में सुधार, मत्स्य पालन को प्रोत्साहन, और पर्यटन की संभावनाएँ भी बढ़ेंगी.स्थानीय लोगों में भी योजना के शिलान्यास को लेकर उत्साह देखा गया. ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से इस परियोजना के शुरू होने की प्रतीक्षा थी. अब उम्मीद है कि यह योजना समय पर पूरी होगी और क्षेत्र की तस्वीर बदल देगी.बरनार जलाशय योजना से लगभग 15,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जाएगी. साथ ही आस-पास के दर्जनों गांवों में पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. इस परियोजना के माध्यम से चकाई, सोनो और झाझा क्षेत्र में जल संकट को दूर करने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा.

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