जयपुर: पूर्व मंत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद अश्क अली टांक की पार्थिव देह को सोमवार दोपहर 1.30 बजे राजधानी के विद्याधर नगर स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस गमगीन माहौल में कांग्रेस नेताओं और उनके समर्थकों ने अश्क अली टांक को भावभीनी विदाई दी.
टांक के जनाजे में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी, कांग्रेस विधायक राजेंद्र पारीक, रोहित बोहरा, अमीन कागज़ी, रफीक खान, पूर्व मंत्री दुरु मियां, जयपुर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष आर.आर. तिवाड़ी सहित कई अन्य नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए और गमगीन माहौल में उनकी पार्थिव देह को दफनाया गया.
पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा: कब्रिस्तान में दफनाने से पहले अश्क अली टांक के पार्थिव शरीर पर तिरंगा झंडा लपेटा गया. इससे पहले इमाम साहब ने उनके जनाजे की नमाज पढ़ाई. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने दिवंगत अश्क अली टांक के परिजनों को ढांढस बंधाया और उन्हें सांत्वना दी.पूर्व सांसद अश्क अली टांक इन दिनों गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे. टांक का रविवार शाम को 67 साल की उम्र में देहांत हो गया था.
एनएसयूआई से की थी राजनीतिक जीवन की शुरूआत: एनएसयूआई से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले अश्क अली टांक एनएसयूआई और युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं. साथ ही वह 1985 में फतेहपुर से चुनाव जीतकर शिव चरण माथुर सरकार में राज्य मंत्री रहे थे. इसके अलावा वह अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने चुरू और जयपुर की किशनपोल से विधानसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन हार का सामना करना पड़ा. यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में वे राजस्थान से राज्यसभा सांसद रहे थे.