ग्वलियर। मुरार जिला चिकित्सालय की ओपीडी में इलाज कराने आने वाले मरीजों को अब आयुष्मान भारत योजना के तहत MRI जांच की सुविधा नहीं मिल पाएगी। यह निर्णय अस्पताल में MRI मशीन संचालित कर रही निजी एजेंसी कृष्णा डायग्नोस्टिक्स लिमिटेड ने लिया है। अब केवल वे मरीज जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है, उन्हीं को आयुष्मान योजना के तहत MRI की फ्री सुविधा मिल सकेगी
बिलों के भुगतान पर लगी रोक
इससे पहले ओपीडी में आने वाले मरीजों को भी यह लाभ मिल रहा था, जबकि योजना के नियमों के अनुसार आयुष्मान कार्ड का उपयोग केवल भर्ती मरीजों के लिए ही वैध है। भोपाल मुख्यालय तक पहुंची अनियमितता की शिकायतों के बाद शासन ने एजेंसी के करीब 50 लाख रुपये के बिलों के भुगतान पर रोक लगा दी। साथ ही निर्देश दिए गए कि ओपीडी मरीजों को अब इस योजना का लाभ नहीं दिया जाए। कुछ मामलों में अनावश्यक MRI जांच कराए जाने की शिकायतें भी सामने आई थीं।
ओपीडी मरीजों की MRI जांच फ्री नहीं होगी
अब अस्पताल प्रबंधन को एजेंसी द्वारा औपचारिक रूप से सूचित कर दिया गया है कि ओपीडी मरीजों की MRI जांच निशुल्क नहीं की जाएगी। इस व्यवस्था का सीधा असर उन सैकड़ों मरीजों पर पड़ेगा जो ओपीडी में इलाज के लिए आते हैं और अब उन्हें MRI के लिए निजी केंद्रों पर तीन से पांच हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे। सिविल सर्जन डॉ. राजेश कुमार शर्मा ने कहा कि ओपीडी में इलाज कराने आने वाले मरीजों की MRI जांच नहीं होगी। हमे भर्ती मरीजों की जांच करने के आदेश मिले हैं।