Left Banner
Right Banner

कांग्रेस नेता का बड़ा दावा, स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी का पाकिस्तानी लिंक

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी अल्फानार सऊदी अरब की है और इसके अधिकारियों में पाकिस्तान के नागरिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इससे खातों, पैन कार्ड और बिजली बिल की जानकारी असुरक्षित हो सकती है। सिंघार ने आरोप लगाया कि इस कंपनी को पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ठेका देने से मना कर दिया था, लेकिन पूर्व और मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनियों ने ठेका दे दिया।

क्या है आरोप

सिंघार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से अल्फानार कंपनी के अधिकारियों की पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों के साथ तस्वीरें दिखाते हुए दावा किया कि कंपनी के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं और मानव संसाधन भी वहीं से उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत सरकार में पंजीयन नहीं कराया है और उत्तर प्रदेश व हरियाणा में इस पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है। सिंघार ने सरकार से मांग की कि लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर हटाए जाएं।

आरोपों से इनकार

दूसरी ओर, पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने इन आरोपों को नकार दिया। कंपनी का कहना है कि ठेका पारदर्शी प्रक्रिया से और नियमानुसार दिया गया है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि स्मार्ट मीटर का डेटा भारत में ही स्थापित क्लाउड डेटा सेंटर में सुरक्षित रखा गया है, विदेश भेजे जाने का सवाल ही नहीं है। मेसर्स अल्फानार को 17 मार्च 2023 को पंजीकृत किया गया था और इसकी भारत में तीन सहायक कंपनियां पंजीकृत हैं। कंपनी के सभी कर्मचारी भारतीय मूल के हैं।

कंपनी ने कहा कि निविदा में मांगे गए दस्तावेज समय पर उपलब्ध नहीं कराने के कारण पश्चिम क्षेत्र कंपनी में निविदा अस्वीकार की गई थी, जबकि मध्य और पूर्वी कंपनी में आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति होने से ठेका दिया गया।

भाजपा की सफाई

भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने भी कहा “कांग्रेस और नेता प्रतिपक्ष केवल भ्रम फैला रहे हैं। कोई भी डेटा विदेश नहीं गया, बल्कि देश में ही सुरक्षित है। पाकिस्तानी संबंध होने का आरोप भी झूठा है। अल्फानार और इजीसाफ्ट कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारी भारतीय हैं।”

Advertisements
Advertisement