अदाणी ग्रुप (Adani Group) ने केन्या में अपनी उपस्थिति से जुड़ी एक फर्जी प्रेस रिलीज (Fake Press Release) को खारिज किया है. ग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हमने पूर्वी अफ्रीकी राष्ट्र में अपने ऑपरेशंस को लेकर किसी तरह की कोई प्रेस रिलीज नहीं जारी की है.
अदाणी ग्रुप ने कहा है कि हम साफ करना चाहते हैं कि न तो अदाणी ग्रुप और न ही उसकी किसी कंपनी या सब्सिडियरी कंपनी ने केन्या से संबंधित कोई प्रेस रिलीज जारी की है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
अदाणी ग्रुप की ओर से फेक प्रेस रिलीज को लेकर जारी बयान में कहा गया है कि ‘अदाणी ग्रुप निराधार आरोपों और धमकियों की निंदा करता है’. साथ ही अदाणी ग्रुप ने कहा कि ये निहित स्वार्थों और दुर्भावनापूर्ण इरादे से फैलाया जा रहा है.
फेक प्रेस रिलीज पर ध्यान न दें: अदाणी ग्रुप
अदाणी ग्रुप ने इस काम की निंदा की है और सभी लोगों से इस फर्जी प्रेस रिलीज पर ध्यान नहीं देने की अपील की है. ग्रुप के बयान में कहा गया है कि – ‘झूठी बातें फैलाने में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ हम कानूनी कार्रवाई करेंगे’.
ब्लूमबर्ग ने रविवार को खबर दी थी कि केन्या इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कंपनी ने अदाणी ग्रुप और अफ्रीकी डेवलपमेंट बैंक की एक इकाई, अफ्रीका50 को हाई-वोल्टेज बिजली लाइनों के निर्माण के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप कंसेशन दिया है.
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— Adani Group (@AdaniOnline) September 16, 2024
राष्ट्रपति विलियम रूटो की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष डेविड एनडाई के x पर पोस्ट का हवाला देते हुए, ब्लूमबर्ग ने कहा कि दोनों संस्थाएं अपनी प्रोजेक्ट टीमों को काम पर रख रही हैं. ट्रांसमिशन लाइन की लागत 1.3 बिलियन डॉलर है, जिसे केन्या सरकार को उधार नहीं लेना पड़ता है.
इसके अलावा, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने केट्राको के तहत गिगिल-थीका मला बिजली लाइन का कामकाज देखने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है. सिटीजन डिजिटल ने बताया, ब्लूमबर्ग रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है.इस प्रस्ताव को लेकर अभी सोच-विचार चल रहा है.