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शादी नहीं हो रही है तो इस मंदिर में खड़काइए कुंडी, जल्द बजेगी शहनाई; माता बरसाती हैं कृपा

मध्य प्रदेश की उज्जैन महाकाल की नगरी है. यहां स्थित महाकालेश्वर मंदिर सालों से आस्था का केंद्र बना हुआ है. महाकालेश्वर मंदिर के अलावा भी इस नगरी में कई ऐसे चमत्कारी प्राचीन मंदिर हैं, जहां हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इन्हीं में से एक उज्जैन में वरसिद्धि माता का प्राचीन मंदिर है. इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां पर कुंडी खड़काने से कुंवारे लोगों की शादी हो जाती है.

उज्जैन में वरसिद्धि माता का प्राचीन मंदिर है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु माता दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर की एक कुंडी है. इस कुंडी को लेकर भी कई मान्यताएं हैं. मंदिर के पुजारी पंडित राजू पुरी गोस्वामी बताते हैं कि जिन युवक-युवतियों का विवाह किसी कारण से नहीं हो पता, वे लोग अच्छे जीवनसाथी की कामना को लेकर मां वरसिद्धि के दरबार में आते हैं. उनकी जल्द शादी हो जाए, इसके लिए मंदिर में कुंडी खड़काकर माता से प्रार्थना करते हैं. अगर कोई भक्त सच्चे मन से यह करता है तो माता उनकी मुराद जरूर पूरा करती हैं. मंदिर की कुंडी बजाने के साथ ही यहां पर पचरंगी धागा बांधने का भी बड़ा महत्व है.

मंदिर में कुंडी खड़काने पहुंचते हैं श्रद्धालु

वरसिद्धी माता मंदिर की महिमा अत्यंत निराली है. इस मंदिर तक आने के लिए आपको पहले उज्जैन आना होगा. यहां हरसिद्धि माता मंदिर के पीछे वरसिद्धी माता मंदिर है. मंदिर के पुजारी के मुताबिक, वैसे तो मंदिर की कुंडी खड़काने का कोई समय निर्धारित नहीं है. लेकिन फिर भी अधिकतर लोग मंदिर खुलने के पहले यानी कि सुबह 8 बजे से पहले ही इस मंदिर पर पहुंच जाते हैं और मंदिर की कुंडी खड़काते हैं.

मंदिर के पुजारी ने बताया

मंदिर के पुजारी पंडित राजू पुरी गोस्वामी बताते हैं कि मंदिर की कुंडी खड़काने का सीधा सा अर्थ यही है कि श्रद्धालु वरसिद्धि माता को यह बताते हैं कि हम आपके दरबार में आ चुके हैं और अब हमारे कष्ट का निवारण आप ही को करना है.

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