हरदोई : जिले में तैनात एक चिकित्सा अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग की तमाम खामियों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया दे दिया.अपने पत्र में चिकित्सा अधीक्षक ने सीएमओ पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में सामान्य दवाएं तक की उपलब्धता नहीं है.
मरीज आरोप लगाते हैं कि सरकार की ओर से अस्पताल में सभी दवाएं भरपूर मात्रा में भेजी जाती हैं और मरीजों के लिए सब फ्री हैं.लेकिन न तो अस्पताल में दवाएं आ रहीं और न हीं कोई ऐसे मद में हमारे पास धनराशि है, जिससे हम आपात स्थिति में किसी जरूरी चीज को खरीद सकें.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
इस असंतुष्ट स्थिति में उन्होंने सीएमओ हरदोई को चिट्ठी लिख कर उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए इस्तीफा दे दिया है.सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संडीला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ शरद वैश्य ने 7 बिंदुओं की एक चिट्ठी में विभाग और सीएमओ की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए इसके बाद अपना इस्तीफा दिया है.
डॉक्टर शरद वैश्य ने लिखा कि वो लगभग 9 साल से चिकित्सा अधीक्षक पद पर कार्यरत हैं.लगभग 1 वर्ष से अधिक समय से उन्हें चिकित्सा अधीक्षक के रूप में कार्य करने में अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने इस्तीफे में लिखा कि चिकित्सालय संचालन में सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाली दवाओं एवं सामग्री की आपूर्ति जिला सीएमएसडी स्टोर से मांगपत्र के अनुसार एवं समय पर नहीं की जा रही है.जिस वजह से मरीज के सामने बहुत असहज स्थिति उत्पन्न हो जाती है.मरीजों के द्वारा यह आरोप लगाए जाते हैं कि सरकार द्वारा चिकित्सालय में सभी दवाएं एवं उपकरण उपलब्ध होने का दावा किया जा रहा है.
लेकिन आप लोगों के द्वारा दवाएं मरीजों को उपलब्ध नहीं की जा रही हैं.ऐसी स्थिति में जिला स्तर से आपूर्ति नहीं होने के कारण मरीजों के सामने चिकित्सा कर्मियों को अपमानित होना पड़ता है. उन्होंने लिखा कि प्रतिमाह औसतन 8 से 10 सिजेरियन प्रसव किए जाते हैं, जो सामान्य रूप से Spinal Anaesthesia में कराए जाते हैं.लेकिन सिजेरियन प्रसवों के लिए भी किसी भी प्रकार की Spinal Anaesthesia Drugs, Spinal Needle etc एवं अन्य उपयोग में आने वाली सामग्रियां उपलब्ध नहीं कराई जाती हैं.
जिसका साक्ष्य आप स्वयं सीएमएसडी स्टोर द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उपलब्ध कराई गईं सामग्रियों के मिलान से कर सकते हैं, न ही स्थानीय स्तर पर क्रय किए जाने हेतु JSSK मद में कोई भी धनराशि ही उपलब्ध कराई जाती हैं.
संडीला चिकित्सा अधीक्षक के इस्तीफा देने के बाद हरदोई जिला प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है