Uttar Pradesh: प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां तेज हो गई हैं. इसी बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने मेले में गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग कर दी है. यही नहीं, उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह किसी गैर सनातनी से कोई सामान ना खरीदें. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी ने कहा कि यह सही समय है कि हम उन लोगों का बहिष्कार करें, जो कभी खाने में थूक लगाकर तो कभी यूरिन मिलाकर हमारा धर्म भ्रष्ट करने की कोशिश करते हैं.
उन्होंने सनातनियों के लिए जारी अपील में कहा है कि अपना धर्म बचाने के लिए ऐसे लोगों की पहचान करनी होगी. इसके लिए मेला क्षेत्र में घुसने वाले हरेक आदमी के आधार कार्ड की जांच की जाए. इससे पता चलेगा कि मेले में कहीं बांग्लादेशी, पाकिस्तानी या कोई अन्य व्यक्ति तो नहीं आ रहा. उन्होंने साधु संतों एवं भक्तों से अपील करते हुए कहा कि खाने पीने का सामान केवल उन्हीं लोगों से खरीदा जाना चाहिए, जो सनातन धर्म का मान और सम्मान करते हों.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
अखाड़ों के लिए भी काम करते हैं मुस्लिम
इसी के साथ उन्होंने सरकारी तंत्र से भी मेला क्षेत्र में गैर सनातनियों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की. यही नहीं, उन्होंने मेले में ड्यूटी भी केवल सनातन धर्म के मानने वालों की लगाने को कहा है. महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि कई ऐसे भी मुस्लिम हैं, जो गरीब है और अपनी मेहनत से अपना भरण पोषण करते हैं, उनसे उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. ऐसे कई मुस्लिम अखाड़ों के लिए भी काम करते आ रहे हैं. उन्हें आपत्ति उन लोगों से हैं, जो जिहाद में शामिल हैं.
यति नरसिंहानंद का बचाव किया
रवींद्र पुरी ने कहा कि मेले में आने वाले हर व्यक्ति की आधार कार्ड की जांच की जाए. इस मौके पर महंत रविंद्र पुरी ने महामंडलेश्वर और गाजियाबाद में डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद का भी बचाव किया. उन्होंने कहा कि उनके एक बयान पर इतना बड़ा बवाल शुरू हो गया है. जबकि दूसरे लोग आए दिन हमारे देवी देवताओं के लिए अपमान जनक बयान देते रहते हैं. उनके खिलाफ कभी इस तरह की कार्रवाई नहीं होती.