जबलपुर के कुंडम थानातंर्गत ग्राम चौरई में एक पटवारी ने अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। वारदात को 22 अप्रैल की रात को अंजाम दिया गया। इसके बाद आरोपी ने बोरी में अपनी पत्नी की लाश को भरा और सीतापुर डैम में ठिकाने लगाने पहुंच गया, लेकिन किसी कारणवश वह बोरी को झाड़ियों में छिपाकर भाग आया और दूसरे दिन पुलिस थाना पहुंचकर पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसके बाद रात में जाकर लाश भरी बोरी को डैम में फेंक दिया। पुलिस ने संदेह होने पर जब कड़ाई से पूछताछ की तो परत दर परत पूरा मामला स्पष्ट हो गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में लेकर उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।
कुंडम टीआई अनूप नामदेव ने बताया कि ग्राम चौरई निवासी रंजीत मार्को डिंडौरी शहपुरा में पटवारी के पद पर पदस्थ है। 22 अप्रैल की रात्रि करीब 11 बजे घरेलू बातों को लेकर उसका विवाद अपनी पत्नी सरला से हो गया। इसी दौरान रंजीत ने गला घोंटकर सरला की हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी ने सरला की लाश को एक बोरी में बंद किया और उसे सीतापुर डैम फेंकने ले गया। जहां कुछ आहट होने पर वह बोरी को वहीं छिपाकर घर आ गया। इसके बाद 23 अप्रैल की दोपहर सुनियोजित तरीके से वह थाने पहुंचा और सरला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
शिकायत के बाद लाश को लगाया ठिकाने
टीआई अनूप नामदेव ने बताया कि संदेह होने पर जब आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या करना स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद वह पुन: सीतापुर डैम के पास पहुंचा। जहां बोरी में छिपाकर रखी गई लाश को ऊपर से डैम में फेंक दिया। जिसके बाद पुलिस ने बीते दिवस एसडीआरएफ टीम की मदद से डैम से बोरी भरी लाश बरामद की। पुलिस ने मामले में हत्या सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर आरोपी पटवारी रंजीत मार्को को अदालत में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
पत्नी लापता, पति कर रहा था नौकरी
पुलिस में शिकायत करने के बाद आरोपी नौकरी पर जाने लगे। पुलिस को उस पर शक हुआ। एएसपी प्रदीप शेंडे ने बताया कि पुलिस टीम चौरई गांव पहुंची। सरला को मोबाइल गांव के पास की रोड पर चालू हालत में मिला। गांव में पूछताछ की तो पति-पत्नी के बीच झगड़े की बात सामने आई।
कुंडम थाना प्रभारी अनूप नामदेव ने बताया कि रंजीत को थाने आने का कहा तो वह काम का बहाना बनाने लगा। इसके बाद फिर पुलिस उसके गांव पहुंची और उसे हिरासत में लेकर थाने आई। रंजीत की निशानदेही पर एसडीआरएफ की टीम ने डैम में डूबे सरला के शव को पानी से बाहर निकाला। पॉलिथीन में पत्थर भरे हुए थे।