केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने एक बार फिर क्षत्रिय समाज से माफी मांगी है. एक जनसभा के दौरान उन्होंने ये माफी मांगी है. परषोत्तम रूपाला गुजरात की राजकोट सीट से बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने क्षत्रिय समाज से जुड़ा एक बयान दिया था. उनके इस बयान से क्षत्रिय समाज नाराज है. क्षत्रिय समाज ने उनके खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन भी किए थे.
परषोत्तम रूपाला 27 अप्रैल को जसदन में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान क्षत्रिय समुदाय से माफी मांगते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने गलती की थी. मैंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है. मेरा इरादा गलत नहीं था. मैंने क्षत्रिय समुदाय के बीच जाकर भी माफी मांगी है. उनकी तरफ से मुझे सकारात्मक प्रतिक्रिया भी मिली. लेकिन फिर PM मोदी का विरोध किस लिए?’
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
उन्होंने आगे कहा, ‘बीजेपी के विकास में भी आपका (क्षत्रिय समुदाय का) बड़ा योगदान रहा है. 18 घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री जब देश के अलावा और कुछ नहीं सोच रहे हैं. पीएम मोदी की विकास यात्रा में कई क्षत्रिय उनके साथ रहे हैं. तो मेरी वजह से उनका विरोध क्यों? मैं अपनी गलती मानता हूं. लेकिन PM मोदी के खिलाफ क्षत्रिय समुदाय को खड़ा कर देना मुझे सही नहीं लग रहा है. PM के खिलाफ गुस्से पर एक बार फिर से जरूर सोचें.’
परषोत्तम रूपाला ने 22 मार्च को दलितों की एक सभा को संबोधित किया था. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने रजवाड़ों पर टिप्पणी करते हुए कहा था,
‘राजा और रजवाड़े भी अंग्रेजों के सामने झुक गए थे. उन्होंने अंग्रेजों के साथ पारिवारिक संबंध बना लिए थे. यहां तक उन्होंने अपनी बेटियों की शादियां भी उनसे कर दी. लेकिन हमारे रूखी समाज (दलित समुदाय) ने न तो अपना धर्म बदला, ना ही अंग्रेजों से संबंध स्थापित किए. जबकि हम पर ही सबसे ज्यादा अत्याचार किए गए.’
इस मसले पर गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने अपने आवास पर सीएम भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में क्षत्रिय समुदाय के नेताओं के साथ एक बैठक की थी. इस बैठक में उन्होंने क्षत्रिय समाज से रूपाला को माफ करने की अपील भी की थी. लेकिन क्षत्रियों का विरोध अभी भी जारी है.