केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इंटीग्रेटेड ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम (ITMS) का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर जोन में ट्रैक मॉनिटरिंग के लिए रेल पथ अभिलेखी यान उपलब्ध कराया जाएगा. रेल मंत्री ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ट्रैकमैन की लाइफ को बेहतर बनाने की भी बात कही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुरक्षित और कुशल रेल परिचालन सुनिश्चित करते हुए, रेलवे ट्रैक मापदंडों को मापें.
आईटीएमएस यानी इंटीग्रेटेड ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम बोर्ड पर स्थापित एक प्रणाली है. इसमें ट्रैक रिकॉर्डिंग कार (टीआरसी) के ट्रैक मापदंडों को रिकॉर्ड करने की क्षमता होती है. मंत्री ने कहा कि रेलवे की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि 20 से 200 किमी प्रति घंटे की गति सीमा में ट्रैक की निगरानी करें. साथ ही विभिन्न ऑन-बोर्ड सेंसर, कैमरे आदि से भी डेटा संसाधित करें.
नई तकनीक से लैस सिस्टम
एकीकृत ट्रैक मॉनिटरिंग सिस्टम निगरानी करने के लिए कई तकनीक को जोड़ती है. यह इन सिस्टम से युक्त है. मसलन संपर्क रहित लेजर सेंसर, हाई स्पीड कैमरे, लीडर, आईएमयू, एनकोडर, एक्सेलेरोमीटर और जीपीएस. इसके माध्यम से डेटा एकत्र करने के साथ साथ और डेटा एनालिटिक्स किया जाता है.
अधिकारियों को अलर्ट भेजने में सहायक
गौरतलब है कि आईटीएमएस को ट्रैक प्रबंधन प्रणाली के साथ जोड़ा गया है. हरेक ट्रैक रिकॉर्डिंग रन की रिपोर्ट टीएमएस पोर्टल पर उपलब्ध है. साल 2022-23 और 2023-24 के दौरान 3 ITMS की शुरुआत की गई. ये सिस्टम अधिकारियों के लिए विशेष रूप से सहायक होते हैं. तत्काल जरूरत वाली जगहों पर एसएमएस और ईमेल के माध्यम से समय पर अलर्ट किया जाता है.