जसवन्त नगर : कचौरा रोड पर स्थित लगभग डेढ सौ वर्ष पुराना नहर का पुल जिम्मेदारों की चुप्पी कायम रही तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है.सिचाई विभाग के अधिकारियों ने कोई चेतावनी बोर्ड तक नहीं लगाया है.
नेशनल हाईवे और नगर से- कचौरा घाट होते हुए राजस्थान व मध्यप्रदेश के साथ आगरा जिले को जाने वाली रोड पर कस्बे से कचौरा घाट सड़क मार्ग पर निकली भोगनीपुरगंग नहर पुल का निर्माण 1879 को अंग्रेजी शासन काल में कराया गया था.
सिचाई विभाग के अधिकारियों की मानें तो पुल की मियाद सौ वर्ष की होती है मगर इस पुल को बने करीब 145 वर्ष हो चुके हैं. बूढ़ा होने के कारण पुल की डाट में एक दो दरार सी दिखाई देती है. इसकी वर्तमान स्थिति पर क्षेत्रीय लोग हादसे की आशंका व्यक्त करते हैं सिचाई विभाग के अधिकारियों ने पुल से पहले चेतावनी बोर्ड तक नहीं लगाया गया है.
भारी वाहनों को निकलने से कोई रोक तक नहीं है लेकिन कोई अधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है.वाहनों और कस्बे के साथ दो राज्य के साथ कई जिलों के लोगों के लिए नहरपुल ही एकमात्र साधन होने के कारण बच्चे, युवा, बुजुर्ग, महिलाएं यहीं से आवागवन करते हैं.
पुल से गुजरते वक्त भारी वाहन के गुजरने से पुल कांपने लगता तो पैदल व सवारी वाहनों में सवार लोगों की अनहोनी की आशंका भांप सांसें थम जाती हैं. मानक से 45 वर्ष अधिक की उम्र पूरी कर चुके पुल को देख लोग किसी भी दिन बड़ा हादसा होने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं.
यहां के निवासियों का आरोप है कि पुल की स्थिति को देखते हुए कोई भी जिम्मेदार समाधान के प्रति गंभीर नहीं दिख रहे हैं. इससे लोगों में नाराजगी है और यह कभी भी फूट सकती है. क्षेत्र अंतर्गत भोगनीपुर गंग नहर पर लगभग आधा दर्जन से ज्यादा पुल बने हुए हैं लगभग सभी पुलों का निर्माण वर्ष 1879-1880के समय के बने हुए हैं.