जांजगीर-चाम्पा : जिले में फ्लोरा मैक्स कम्पनी में ठगी के बड़े मामले उजागर होने और महिलाओं को लोन देने वाले बैंकों के कर्मचारियों के द्वारा लोन की राशि वसूली में मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की शिकायतों के बाद पुलिस हरकत में आ गई है.
एडिशनल एसपी उमेश कश्यप ने 39 माइक्रो फायनेंस संस्थाओं के प्रबंधकों की बैठक ली. यहां चाम्पा एसडीओपी यदुमणि सिदार भी मौजूद उपस्थित रहे. बैठक में एडिशनल एसपी ने साफ कहा है कि लोन की राशि वसूलने के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित ना किया जाए.
दरअसल, फ्लोरा मैक्स कम्पनी के झांसा में आकर जिले की 27 सौ महिलाओं ने बैंकों से 30-30 हजार रुपये लोन लेकर कम्पनी में जमा किया है और यह मामला 8 करोड़ 10 लाख की ठगी का बड़ा मामला बन गया है.
इस मामले के उजागर होने के बाद शातिर बदमाश सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं, लेकिन लोन देने वाले बैंक के कर्मचारी अब महिलाओं के घरों में पहुंच रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है.
आरोप है, बैंक के कर्मचारियों द्वारा घर पहुंचकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. आलम यह है कि कम्पनी में लीडर की भूमिका निभाने वाली महिला के पति ने सुसाइड कर लिया. इस तरह पुलिस ने माइक्रो फायनेंस संस्था के प्रबंधकों की बैठक ली और लोन वसूली में मानसिक रूप से प्रताड़ित नहीं करने निर्देशित किया है.