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बदायूं: सूर्य कुंड मझिया मामला सियासी रंग पकड़ने लगा है, मुख्यमंत्री से मिला शिष्टमंडल

Uttar Pradesh: बदायूं के सूरजकुंड का विवाद अब सियासी रंग पकड़ने लगा है, मामले में सपा के सांसद आदित्य यादव और नीरज मौर्य नें पत्र लिख कर इस विवाद पर गंभीर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने मांग की है कि बौद्ध भिक्षुओं को सूरजकुंड में फिर से ठहराया जाए. बताते चलें इस मामले को लेकर बौद्ध भिक्षुओं के समर्थन में शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी भेंट की है.

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बदायूं के मजिया स्थित सूरज कुंड बहुत ही ऐतिहासिक धरोहर है जिसको लेकर बौद्ध भिक्षुओं के अपनें दावे है उनका कहना है यह सूरज कुंड स्थल सम्राट अशोक द्वारा स्थापित है. भगवान बुद्ध के समय में बौद्ध भिक्षुओं द्वारा यहां पूजा अर्चना की जाती थी उन्होंने आरोप लगाते हुये बताया की, विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के लोगों नें वहां से बौद्ध भिक्षुओं को भगा दिया. वंहा पर सम्राट अशोक की प्रतिमा भी है और कई वर्षों से बौद्ध भिक्षुओं की रहने की जगह है, पुलिस ने बौद्ध भिक्षुओं के साथ दुर्व्यवहार किया. भगवान बुद्ध की प्रतिमा तोड़ने की कोशिश की गयी, सीसीटीवी कैमरे तक तोड़ दिए इसके अलावा भिक्षुओं का सामान बाहर फेंककर उन्हें वहां से भगा दिया गया. हम लोगों की मांग है की, जिस तरह बौद्ध भिक्षुओं को वंहा से भगाया गया उन्हें इज्जत के साथ वंहा रहने दिया.

मजिया स्थित सूरज कुंड क़ा विवाद बढ़ने लगा है, जिसको लेकर बौद्ध भिक्षुओं मालवीय आवास गृह पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है, उनकी मांगे हैं, जिस तरह से पुलिस के सहयोग से कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उन्हें वंहा से हटाया गया, ठीक उसी तरह उन्हें इज्जत के साथ ले जाकर रहने दिया जाए उसके बाद ही वह धरना खत्म करेंगे उनका दावा हैं वहां कोई मंदिर या मूर्ति नही है.

वहीं सूरज कुंड मामले को लेकर हिन्दू संगठनों नें बौद्ध भिक्षुओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना है सूरज कुंड स्थल में रह रहे बौद्ध भिक्षुओं द्वारा ऐतिहासिक सूर्यकुंड पर पहले कब्जा किया गया. उसके बाद वंहा पर शिवलिंग व नन्दी बाबा की मूर्ति को जमीन में दबा दिया, जिसकी सूचना विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के लोगों को मिली. मौके पर पहुँचे
विहिप और बजरंग दल नें हंगामा किया, पुलिस पहुँची शिवलिंग और नंदीबाबा की मूर्ति को खुदवा कर निकाला,मूर्तियों का जलाभिषेक करके पुन स्थापना की गई.


उज्जवल गुप्ता अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद

एक तरफ जहाँ बौद्ध भिक्षुओं के अपनें आरोप हैं तो दूसरी तरफ हिन्दू संगठनों नें भी बौद्ध भिक्षुओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं, उनका कहना हैं बौद्ध भिक्षुओं नें गलत तरीके से वंहा कब्जा किया. उसके बाद वंहा रखी शिवलिंग और नंदी बाबा की मूर्तियों को जमीन में दवा दिया गया. जिसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस नें शिवलिंग को निकाल कर दुबारा स्थापित कराया है.

 

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