अयोध्या : बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और मठ-मंदिरों में तोड़फोड़ के खिलाफ अयोध्या में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ. धर्म सेना के अध्यक्ष संतोष दुबे ने अपने समर्थकों के साथ मां सरयू को ज्ञापन सौंपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सख्त कदम उठाने की मांग की.
बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार और धार्मिक स्थलों पर हो रहे हमलों के खिलाफ अयोध्या की सरयू नदी के तट पर धर्म सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष दुबे ने विरोध प्रदर्शन किया. दुबे ने मां सरयू को ज्ञापन समर्पित करते हुए प्रार्थना की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर कड़ा और साहसी निर्णय लेने के लिए प्रेरित करें.
संतोष दुबे, जो बाबरी विध्वंस मामले में भी आरोपी रह चुके हैं, ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को जबरन मुस्लिम बनाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू साधुओं की जटाएं काटी जा रही हैं और अंतिम संस्कार के दौरान ‘राम नाम सत्य है’ के बजाय ‘अल्लाह हू अकबर’ कहने के लिए मजबूर किया जा रहा है.
दुबे ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वह “56 इंच का सीना” दिखाएं और बांग्लादेश में हो रहे इन अत्याचारों के खिलाफ सख्त कदम उठाएं. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खुले रुख की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को भी इसी तरह इस मुद्दे पर मजबूती से सामने आना चाहिए.
संतोष दुबे ने कहा कि “हमने मां सरयू से प्रार्थना की है कि वह प्रधानमंत्री को बल, बुद्धि और साहस प्रदान करें ताकि वह बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए उचित कदम उठाएं. पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ा है.
दुबे ने रोहिंग्याओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की कमी को भी प्रधानमंत्री की बड़ी चूक बताते हुए कहा कि यदि समय पर सख्त फैसले लिए गए होते, तो हिंदुओं की इस स्थिति को रोका जा सकता था. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा भारत में तेजी से गर्माता जा रहा है. क्या इस विरोध प्रदर्शन का असर केंद्र सरकार की नीति पर पड़ेगा? यह देखने वाली बात होगी.