उत्तराखंड के भीमताल-रानीबाग मोटर मार्ग पर बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया. अल्मोड़ा से हल्द्वानी आ रही रोडवेज की बस आमडाली के पास अनियंत्रित होकर करीब 100 फीट गहरी खाई में गिर गई. इस हादसे में तीन यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो गए. मृतकों में एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं. कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
हादसा दोपहर करीब 1:30 बजे हुआ। बताया जा रहा है कि, बस हल्द्वानी डिपो की थी, जो रोजाना सुबह हल्द्वानी से पिथौरागढ़ जाती है और अगले दिन सुबह पिथौरागढ़ से हल्द्वानी लौटती है, दुर्घटना के समय बस के चालक रमेश चंद्र पांडे और परिचालक गिरीश दानी को भी गंभीर चोटें आई हैं.
रेस्क्यू अभियान जारी, घायलों का इलाज चल रहा
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे. खड़ी चढ़ाई के कारण घायलों को निकालने में दिक्कत आई, लेकिन रस्सियों और कंधों के सहारे घायलों को सड़क तक लाया गया. अब तक 24 घायलों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. इन्हें प्राथमिक इलाज के लिए भीमताल सीएचसी ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल यात्रियों को हल्द्वानी स्थित डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया. घायलों को तेजी से अस्पताल पहुंचाने के लिए हल्द्वानी से 15 से अधिक एंबुलेंस भेजी गईं. प्रशासन ने सुशीला तिवारी अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा है.
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “भीमताल के निकट बस दुर्घटना का समाचार अत्यंत दुःखद है. स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं. बाबा केदार से सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं.”
प्रशासन और राहत टीम सतर्क
एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा और एसपी सिटी डॉ. जगदीश चंद्र ने घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य की निगरानी की. रेस्क्यू में दमकल विभाग और एसडीआरएफ की टीम ने भी सहयोग दिया. काठगोदाम से रूट बदल दिया गया है ताकि राहत कार्य में बाधा न आए.
स्थानीय लोगों की सराहनीय भूमिका
हादसे के दौरान स्थानीय लोगों ने भी राहत और बचाव कार्य में अहम भूमिका निभाई. उनकी मदद से कई घायलों को समय पर निकालकर अस्पताल भेजा गया. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है.