कौन हैं जगद्गुरु नरेंद्राचार्य, महाकुंभ में लगवाए डरेंगे तो मरेंगे के पोस्टर, बंटेंगे तो कटेंगे के बाद नया नारा

Prayagraj Mahakumbh News in Hindi: यूपी के प्रयागराज में जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ से पहले राजनीतिक और धार्मिक नारों की गूंज एक बार फिर सुनाई दे रही है. अब महाकुंभ क्षेत्र में “डरेंगे तो मरेंगे” लिखे पोस्टर नजर आए हैं. इनके जरिए नए सियासी विवाद के आसार बन रहे हैं.  कुंभ क्षेत्र में लगे इन पोस्टरों को लेकर संत समाज और राजनेताओं के बीच विवाद बढ़ने की संभावना है. इससे पहले प्रयागराज महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने को लेकर विवाद हुआ था.

कौन हैं जगद्गुरु नरेंद्राचार्य
जगद्गुरु नरेंद्राचार्य महाराज का जन्म 21 अक्टूबर, 1966 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी ज़िले के नानिज गांव में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम बाबूराव सुर्वे और सुभद्रा देवी था.

जगद्गुरु नरेंद्राचार्य ने लगाए पोस्टर
यह पोस्टर जगद्गुरु नरेंद्राचार्य की ओर से लगवाए गए हैं. पोस्टरों पर उनकी तस्वीर के साथ “डरेंगे तो मरेंगे” लिखा हुआ है. महाकुंभ क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में ये पोस्टर देखने को मिले हैं। इससे पहले 2019 के कुंभ में भी नरेंद्राचार्य ने राम मंदिर मुद्दे से जुड़े पोस्टर लगवाए थे, जो काफी चर्चा में रहे थे.

सीएम योगी के नारों की गूंज के बाद नया विवाद
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “बंटेंगे तो कटेंगे” और “एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे” जैसे नारों ने पहले ही सियासी हलचल मचा दी थी. अब “डरेंगे तो मरेंगे” के नारों के साथ यह मुद्दा फिर से गरमाने की संभावना है।

संतों के बीच मुद्दा बनेगा गर्म
महाकुंभ के दौरान संतो के बीच यह नारा चर्चा का केंद्र बन सकता है. पोस्टरों के जरिए यह संदेश दिया गया है कि भय से ग्रसित होकर जीने का कोई विकल्प नहीं है. लेकिन सियासी विश्लेषकों का मानना है कि यह नारा राजनीतिक हलकों में भी बहस छेड़ सकता है.

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