अल्मोड़ा: दिसंबर की ठंड में अल्मोड़ा के जंगल आग की चपेट में आ गए हैं.हवालबाग विकासखंड के चौबटिया रेंज के ज्योली गांव के जंगलों में बुधवार को भीषण आग लग गई. ग्रामीणों का कहना है कि यह आग पास के दिलकोट क्षेत्र से फैलते हुए ज्योली गांव के नाप जंगलों तक पहुंच गई.
आग लगने की सूचना मिलते ही बुधवार शाम 4 बजे ग्रामीण और महिलाओं ने आग बुझाने की कोशिश की.हालांकि, खड़ी पहाड़ी पर आग के फैलने और अंधेरा होने के कारण गिरने का खतरा बढ़ गया.इसके चलते ग्रामीणों को मजबूरन आग बुझाने का काम रोकना पड़ा और वापस लौटना पड़ा.
ज्योली गांव के प्रशासक देव सिंह भोजक ने बताया कि गुरुवार सुबह बड़ी संख्या में गांव की महिलाएं जंगल में आग बुझाने के लिए पहुंचीं. महिलाएं लगातार प्रयास कर रही हैं, लेकिन आग की तीव्रता इतनी अधिक है कि अब तक उस पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है.
उन्होंने यह भी बताया कि आग तेजी से फैल रही है और यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया, तो यह पास के गधेरा पार करके कनैली, बिसरा और खूं वन पंचायत के जंगलों तक पहुंच सकती है.
आग की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग को तुरंत सूचित कर दिया गया है.ग्रामीण और महिलाएं मिलकर आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
चौबटिया रेंज के वन क्षेत्र अधिकारी हरीश चंद्र सती ने कहा, “ज्योली गांव के नाप खेतों में लगी आग को बुझाने के लिए हमारी टीम मौके पर जा रही है.जल्द ही इस आग पर काबू पा लिया जाएगा.”
जंगल में आग बुझाने के दौरान ज्योली गांव की किरण सलाल, पूजा सलाल, नीतू, रीता भोज, ममता, ललिता, राधा, शोभा, मेघा, तुलसी, नंदी, और कुमारी आरती सहित कई महिलाओं ने साहसिक भूमिका निभाई.