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परफेक्ट शॉट के लिए अमिताभ बच्चन से भी रीटेक करवा सकते हैं संजय लीला भंसाली, शरद केलकर का खुलासा

बड़े-बड़े सेट और चमक-धमक वाली फिल्मों के लिए मशहूर संजय लीला भंसाली की मूवीज में हमेशा भव्यता नजर आती है. उन्होंने जितनी भी फिल्में बनाई हैं, उनकी कहानियों की तो चर्चा रही है, साथ ही उन फिल्मों में भव्यता की भी बराबर चर्चा की गई है. संजय लीला भंसाली जितना पैसा अपनी फिल्मों पर खर्च करते हैं, उसे वो कहीं न कहीं एक्टर्स की मेहनत से वसूल लेते हैं. भंसाली उन फिल्म मेकर्स में से नहीं हैं, जो अमिताभ बच्चन जैसे मेगास्टार को फिल्म में लेने के बाद एक ही शॉट लेने के बाद उसे परफेक्ट शॉट घोषित कर दें. अगर भंसाली को उस शॉट में जरा भी कमी लगी तो वो बिग बी जैसे बड़े स्टार से भी 4-5 टेक करवाकर ही मानते हैं. ये सब बातें हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ये कहना है संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘गोलियों की रासलीला रामलीला’ में काम कर चुके एक्टर शरद केलकर का.

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शरद केलकर ने हिंदी रश को दिए एक इंटरव्यू में अपने फेवरेट डायरेक्टर्स में संजय लीला भंसाली का नाम लिया. भंसाली का नाम लेने के साथ-साथ शरद ने ये भी बताया कि वो कितने ज्यादा चैलेंजिंग फिल्ममेकर हैं. शरद केलकर का कहना है कि सीन में उनको एक्टर से जो चाहिए वो लेकर रहते हैं.

चैलेंजिंग फिल्ममेकर हैं भंसाली

शरद केलकर ने संजय लीला भंसाली को लेकर कहा, “भंसाली बहुत ही चैलेंजिंग हैं. जान निकाल देते हैं एक्टर की. उनको जो चाहिए वो ले के रहते हैं. उनके पास हमेशा अपना एक विजन होता है और सबसे पहले तो वो एक पेंटर की तरह काम करते हैं. वो अपने दिमाग में फिल्म का एक पेंट बना लेते हैं, और अगर उस पेंटिंग में उनको कुछ ठीक नहीं लगता है, तो वो उसे दोबारा बनाते हैं. वो थोड़े परफेक्शनिस्ट हैं. उनके दिमाग में एक छवि बनी रहती है कि किरदार कैसा होगा और वो क्या कर सकता है. वो आपको हमेशा इसके लिए प्रेरित करते हैं कि जो विजन उन्होंने सोचा है आप वैसा ही कर पाएं. भंसाली का ये अंदाज कुछ लोगों को अच्छा नहीं लगता है, लेकिन कुछ लोगों को पसंद आता है.”

अमिताभ बच्चन से भी कई टेक्स करवा सकते हैं

इसके बाद जब शरद केलकर से पूछा गया कि क्या संजय लीला भंसाली बिग बी से भी ऐसे ही काम करा सकते हैं? तो इसके जवाब में शरद ने कहा, “हां उनको बिग बी से जितने टेक चाहिए वो ले सकते हैं. जब तक उनको अच्छा नहीं लगेगा, वो आपको ये नहीं कहेंगे कि ओके सर, बहुत अच्छा. वो आराम से ये बात कह सकते हैं कि सर एक शॉट और, एक और. सौभाग्य से मुझे मल्टीपल टेक्स नहीं देने पड़े, वो मेरी परफॉर्मेंस से खुश थे. जबकि मैंने देखा है कि बहुत से लोगों को कई टेक्स देने पड़े.”

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