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BPSC अभ्यर्थियों के प्रोटेस्ट को प्रशांत किशोर ने किया सपोर्ट, नीतीश सरकार को दिया ये ‘अल्टीमेटम’

जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने बिहार में BPSC परीक्षा के कथित प्रश्न पत्र लीक से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए गुरुवार को नीतीश कुमार सरकार को तीन दिन का समय दिया है. वहीं प्रशांत किशोर गुरुवार शाम धरना दे रहे छात्रों के बीच गर्दनीबाग पहुंचे. प्रशांत किशोर ने कहा है वो शुक्रवार को अभ्यर्थियों के साथ मार्च करेंगे.

न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार को प्रदर्शनकारी छात्रों और उनके प्रतिनिधियों से मिलना चाहिए और दोबारा परीक्षा कराने की उनकी मांग पर विचार करना चाहिए. मैं राज्य सरकार को अल्टीमेटम दे रहा हूं. प्रशासन को तीन दिन के अंदर इस समस्या का समाधान करना होगा.

‘छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई बेहद निंदनीय’

प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं छात्रों का समर्थन करने के लिए हमेशा यहां हूं. मैं सबसे आगे रहूंगा. अगर पुलिस लाठीचार्ज करती है, तो मैं उसका सामना करने वाला पहला व्यक्ति रहूंगा. उन्होंने कहा कि बुधवार को छात्रों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई बेहद निंदनीय है. किशोर ने ये भी दावा किया कि पटना में मंगलवार को एक सिविल सेवा अभ्यर्थी ने आत्महत्या कर ली, ये दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार को मृतक के परिवार के लिए 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा करनी चाहिए.

दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि पटना के पालीगंज इलाके का रहने वाला 25 वर्षीय सोनू प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था और मंगलवार को पटना के कंकड़बाग इलाके में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.

लालू प्रसाद ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की

RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई गलत थी, पुलिस को ऐसा नहीं करना चाहिए था.

‘विपक्षी नेता को यहां आने की अनुमति नहीं देंगे’
गर्दनीबाग में चल रहे छात्रों के आंदोलन में कई लोग जुड़ रहे हैं. गुरुवार को पटना के लोकप्रिय व्लॉगर मोतिउर रहमान खान, जिन्हें गुरु रहमान के नाम से जाना जाता है, वो भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि मैं छात्रों के साथ हूं और उस मुद्दे के लिए लडू़ंगा, जिसके लिए वे पिछले नौ दिनों से यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. हम किसी भी विपक्षी नेता को यहां आने और राजनीतिक लाभ लेने की अनुमति नहीं देंगे, अगर सत्ता पक्ष से कोई यहां आएगा तो हम उन्हें अनुमति देंगे.

जांच की जा रही है

पटना के जिला अधिकारी ने कहा कि चन्द्रशेखर सिंह ने बताया कि बुधवार के विरोध प्रदर्शन की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि शिक्षक रोहित ने अभ्यर्थियों को संगठित किया और उकसाया है. वहीं इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि रोहित दिल्ली और कई लोगों को अपने साथ लाया था. उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम रोहित से पूछताछ कर रही है.

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